नई दिल्ली। विश्व स्वर्ण परिषद के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी के कारण देश में जारी लॉकडाउन के बीच इस अक्षय तृतीया से स्वर्ण आभूषण उद्योग में डिजिटल तौर तरीकों से लेनदेन के नये दौर की शुरुआत हो सकती है। अक्षय तृतीया को सोना और गहने खरीदने का शुभ अवसर माना जाता है, ऐसे में इस दिन आनलाइन खरीदारी जोर पकड़ सकती है। इस बीच कुछ विश्लेषकों की राय में अन्य सम्पत्तियों में अनिश्चिता को देखते हुए सोना एक सुरक्षित निवेश बन गया है और निकट भविष्य में सोने के दाम 48,550 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकते हैं।
विश्व स्वर्ण परिषद के भारत स्थित प्रबंध निदेशक पी आर सोमासुदरंम ने कहा कि सोने के ऊंचे दाम, सामान की डिलीवरी में अड़चनें, शादी ब्याह को लेकर अनिश्चितता, कमाई के साधनों में कमी इस बार की अक्षय तृतीया में सोने की खरीदारी पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है।
सोमासुदरंम ने कहा कि ऐसे में अक्षय तृतीया को स्वर्ण उद्योग में आने वाले डिजिटल बदलाव के तौर पर देखा जा सकता है। नीतिगत स्तर पर इसे बेहतर भी कहा जा सकता है। यदि यह डिजिटल लेनदेन लंबे समय तक बरकरार रह सकती है तो पारदर्शिता के लिहाज से यह बेहतर बदलाव होगा साथ ही सोने के मौद्रीकरण के लिहाज से भी यह बेहतर होगा। यह काम ग्राहक के हितों को सुरक्षित रखने वाले स्वीकार्य नियामकीय ढांचे के साथ हो सकता है।