आरबीआई ने कहा कि वर्तमान मूल्यांकन के अनुसार, बैंकिंग क्षेत्र जुझारू और स्थिर बना हुआ है। पूंजी पर्याप्तता, संपत्ति की गुणवत्ता, नकदी, प्रावधान प्रसार और लाभप्रदता से संबंधित विभिन्न मानदंड अच्छी स्थिति में हैं।
अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने उद्योगपति गौतम अडाणी की अगुवाई वाले समूह पर ‘खुले तौर पर शेयरों में गड़बड़ी और लेखा धोखाधड़ी’ में शामिल होने का आरोप लगाया गया है।
अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में बंदरगाह से लेकर ऊर्जा क्षेत्र में कारोबार कर रहे समूह पर ‘गड़बड़ी’ और ‘खाते में धोखाधड़ी’ के आरोप ने कंपनी को नुकसान करा दिया है। अब उसके लिए एक गुड न्यूज आई है।
इसके साथ ही शेयर बाजारों ने कहा कि एएसएम के तहत कंपनी का चयन विशुद्ध रूप से बाजार निगरानी के आधार पर किया जाता है और इसे उस कंपनी के खिलाफ प्रतिकूल कदम के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।
अडाणी एंटरप्राइजेज लि.(एईएल) का शेयर बृहस्पतिवार को बीएसई में 1,564.70 रुपये पर बंद हुआ। एफपीओ के तहत जिस मूल्य पर निवेशकों को शेयर की पेशकश की गयी थी, यह उसका आधा है।
आज भी बीएसई सेंसेक्स 224.16 अंक की बढ़त के साथ 59,932.24 अंक पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 5.90 अंक की मामूली गिरावट के साथ 17,610.40 अंक पर बंद हुआ।
डानी समूह में गिरावट को देखते हुए RBI (भारतीय रिजर्व बैंक) ने स्थानीय बैंकों से अडानी समूह की कंपनियों, सरकार और बैंकिंग स्रोतों में उनके जोखिम का विवरण मांगा है।
रिजर्व बैंक ने सभी बैकों से पूछा है कि उन्होंने अडानी समूह को किस क्षेत्र में और कितना लोन दिया है और अभी उसके कितने कर्ज की वापसी हो गई है।
Richest Person in Asia: अडानी की संपत्ति में गिरावट जारी है। अब उनके पास से एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति का खिताब भी चला गया है। आइए जानते हैं कि उनके नेटवर्थ में कितनी गिरावट हुई है और कौन एशिया का सबसे अमीर आदमी है।
शेयर बाजार में अडानी समूह की अदानी एंटरप्राइजेज, अदानी ग्रीन एनर्जी, अदानी पोर्ट्स और एसईजेड, अदानी ट्रांसमिशन, अदानी कुल गैस, अदानी पावर, अदानी विल्मर शामिल हैं।
अडानी ग्रुप के एफपीओ वापस लेने के निर्णय का असर शेयर बाजार पर देखने को मिल रहा है। आज सुबह मार्केट की शुरुआत भारी गिरावट के साथ हुई है। यहां समझिए, कंपनी ने ये निर्णय क्यों लिया है? एक्सपर्ट क्या कहते हैं? इसके पीछे का आंकड़ा क्या है?
मेरे लिये ये ज़रूरी है कि मैं ये कबूल करूं कि मैंने ज़िंदगी में जो भी छोटी उपलब्धि हासिल की है, वो निवेशकों के भरोसे की वजह से है। मेरी सारी कामयाबी उनकी कामयाबी है।
एक प्रेस नोट में इसे भ्रम फैलानेवाली खबर बताया गया है। प्रेस नोट में कहा गया है कि अंबुजा या एसीसी का कोई भी शेयर प्रमोटरों द्वारा गिरवी नहीं रखा गया है।
अडानी ग्रुप ने अपना 20 हजार करोड़ का FPO कैंसिल कर दिया है और कहा है कि मार्केट के उतार-चढ़ाव को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। इस फैसले पर हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट का बहुत असर नहीं माना जा रहा है क्योंकि इससे अडानी ग्रुप की क्रेडिबिलिटी पर बहुत सवाल नहीं खड़े हुए।
एलआईसी ने ट्वीट किया, ‘‘अडाणी समूह की कंपनियों में इक्विटी और बॉन्ड के तहत आज तक हमारा कुल निवेश 36,474.78 करोड़ रुपये है। यह 31 दिसंबर, 2022 तक 35,917.31 करोड़ रुपये था।
एलआईसी के पास अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन में नौ प्रतिशत, अडाणी ट्रांसमिशन में 3.7 प्रतिशत, अडाणी ग्रीन एनर्जी में 1.3 प्रतिशत और अडाणी टोटल गैस लिमिटेड में छह प्रतिशत शेयर हैं।
अडानी ग्रुप ने कहा कि ये दस्तावेज ‘चुनिंदा गलत सूचनाओं एवं छुपाकर रखे गए तथ्यों का एक दुर्भावनापूर्ण संयोजन हैं।’ समूह ने कहा कि ये ‘‘निराधार और शर्मनाक आरोप किसी गुप्त मकसद’’ से लगाए गए हैं।
हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट में अडाणी समूह पर ‘खुले तौर पर शेयरों में गड़बड़ी और लेखा धोखाधड़ी’ में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। यह रिपोर्ट आने के बाद विविध कारोबार से जुड़े अडाणी समूह की सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट आई है।
बीते दो कारोबारी सत्रों में अडानी समूह का मार्केट कैप 4.18 ट्रिलियन रुपये घट गया है। अमेरिका स्थित निवेश अनुसंधान फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि समूह एक स्टॉक हेरफेर और लेखा धोखाधड़ी योजना में शामिल था।
अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग ने अडानी समूह पर गंभीर आरोप लगाते हुए 88 सवाल पूछे हैं। इस रिपोर्ट के चलते अडानी के शेयरों में हाहाकार मचा है, कंपनी के शेयर 20 प्रतिशत तक टूट चुके हैं, अभी गिरावट जारी है।
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