शेयर बाजार एक्सपर्ट्स का कहना है कि नए सप्ताह में मंगलवार को होने वाली भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के नतीजे बाजार को नई दिशा देंगे।
प्रोजेक्ट सिंडिकेट की वेबसाइट पर डाली टिप्पणी में रघुराम राजन ने कहा, कि अंतत: हमें ब्रेटन वुड्स की तर्ज पर एक नए अंतरराष्ट्रीय करार की जरूरत होगी।
ड्यूश बैंक के अनुसार भारतीय रिजर्व बैंक के मुद्रास्फीति लक्ष्य को देखते हुए आगामी समीक्षा में नीतिगत दर में केवल 0.25 प्रतिशत कटौती करेगा।
बैंकों का कहना है कि वे जमा और कर्ज पर ब्याज दर घटाने से पहले अगले महीने की शुरुआत में रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की घोषणा का इंतजार करेंगे।
आईएमएफ का मानना है कि महंगाई का लक्ष्य पाना है तो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) को सख्त मौद्रिक नीति को लंबे समय के लिए रखना पड़ सकता है।
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