कभी 4 करोड़ रुपये की नौकरी को ठुकराने वाले दो IIT खड़गपुर के स्टूडेंट्स ने आज वो कर दिखाया है, जिसका सपना लाखों युवा देखते हैं। अपनी लगन, विजन और रिस्क लेने की हिम्मत से इन दोनों ने न सिर्फ करोड़ों की नौकरी छोड़ी बल्कि आज अपनी AI कंपनी को 540 करोड़ रुपये की वैल्यू तक पहुंचा दिया है।
संसद द्वारा पारित नए कानून ने रियल मनी गेमिंग सेक्टर में भारी बदलाव ला दिए हैं। नए कानून के तहत सभी प्रकार के ऑनलाइन मनी गेम्स पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जबकि ई-स्पोर्ट्स और सोशल गेमिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है।
मारुति सुजुकी के मुताबिक, चयनित स्टार्टअप्स को कई फायदे मिलेंगे। 'स्टार्टअप इंडिया' पहल के तहत मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स को मारुति सुजुकी के इनोवेशन प्रोग्राम्स में भाग लेने का अवसर मिलेगा।
चीन ने 2014 से 2024 के बीच स्टार्टअप और उद्यमों में 835 अरब डॉलर का निवेश किया, अमेरिका ने 2.32 लाख करोड़ डॉलर का निवेश किया।
19 फरवरी, 2019 को सरकार ने स्टार्टअप की परिभाषा में ढील दी थी और उन्हें 25 करोड़ रुपये तक के निवेश पर पूर्ण एंजल टैक्स रियायत का लाभ उठाने की अनुमति दी थी।
दिगंतरा ने पोस्ट किया, ''अंतरिक्ष में छिपने के लिए जगह खत्म हो गई है।'' कंपनी ने एक बयान में कहा कि एससीओटी उपग्रह ने शनिवार को दक्षिण अमेरिका के ऊपर से गुजरते हुए अपनी पहली तस्वीर भेजी।
भारतीय महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवाया है। कारोबार की दुनिया में आज बड़ी संख्या में भारतीय महिलाओं ने अपना नाम कमाया है। कई स्टार्टअप्स आज महिलाएं चला रही हैं।
डीपीआईआईटी के निदेशक सुमीत कुमार जारंगल और पेटीएम के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विजय शेखर शर्मा ने वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
फंड जुटाने में अभिषेक अमिताभ बच्चन और सचिन रमेश तेंदुलकर सहित कई दिग्गज व्यक्तियों सहित कई पारिवारिक कार्यालयों और निवेशकों ने भाग लिया। ज़ेप्टो की तरफ से कहा गया कि यह राउंड भारतीय निवेशकों की परिवर्तनकारी स्टार्टअप का समर्थन करने की बढ़ती प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
लिंक्डइन इंडिया की करियर एक्सपर्ट और एडिटोरियल चीफ नीरजिता बनर्जी ने कहा, “इस साल की टॉप स्टार्टअप लिस्ट भारत के उभरते हुए उद्यमशील इकोसिस्टम का सच्चा प्रतिबिंब है। बेंगलुरु लगातार आगे बढ़ रहा है।''
मेक इन इंडिया भारत सरकार की एक पहल है जिसका उद्देश्य भारत में उत्पादों के विकास, निर्माण और असेम्बलिंग के लिए कंपनियों को प्रोत्साहित करना और विनिर्माण में समर्पित निवेश को प्रोत्साहित करना है।
भारत उद्यमियों, इनोवेटर्स और निवेशकों को एक साथ लाने के लिए 500 एकड़ तक की टाउनशिप की योजना बना रहा है। इसका फायदा यह मिलेगा कि वह एक ही छत के नीचे अहम संसाधनों, सलाहकारों और सुविधाओं तक पहुंच सकते हैं।
देश में 111 यूनिकॉर्न में से लगभग 18 प्रतिशत का नेतृत्व महिलाएं ही कर रही हैं। तमिलनाडु में 2014 में 15,550 महिलाएं कंपनियों के निदेशक मंडल में शामिल थीं। अगस्त 2024 में यह संख्या 4.3 गुना होकर 68,000 हो गयी।
बता दें, आम बजट 2024-25 में सरकार ने एंजेल टैक्स को हटा दिया है। इसके हटने से स्टार्टअप में विदेशी फंडिंग बढ़ेगी।
भारतीय डीपटेक स्टार्टअप ने पिछले पांच साल में लगभग 10 अरब डॉलर जुटाए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में ही कुल 85 करोड़ डॉलर जुटाए गए। यह 2022 में जुटाए गए 3.7 अरब डॉलर की तुलना में 77 प्रतिशत कम है।
अंतरिक्ष स्टार्टअप अग्निकुल कॉसमॉस ने हाल ही में पूरी तरह से 3डी-प्रिंटेड इंजन वाला दुनिया का पहला रॉकेट लॉन्च किया। इसी के साथ रॉकेट अग्निबाण एसओआरटीईडी भारत का पहला सेमी-क्रायोजेनिक इंजन-संचालित रॉकेट लॉन्च बन गया।
CIEL HR Services द्वारा किए गए एक अध्ययन में सामने आया कि स्टार्टअप क्षेत्र में गंभीर हाई एट्रिशन दर का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें औसत कार्यकाल 2-3 साल है।
भारत में स्टार्टअप इकोसिस्टम मैच्योर है और इसमें कई अनुकूल परिस्थितियां भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए प्रेरित कर रही हैं।
स्टार्टअप इंडिया को 16 जनवरी 2016 को पीएम मोदी द्वारा लॉन्च किया गया था। तब से, भारत ने 1 लाख 30 हजार से अधिक स्टार्टअप, 115 से अधिक यूनिकॉर्न और 350 बिलियन डॉलर मूल्य के कारोबार के विकास को देखा है।
हुरुन ग्लोबल यूनिकॉर्न इंडेक्स 2024 में कहा गया है कि देश ने दुनिया भर में यूनिकॉर्न के लिए तीसरा सबसे बड़ा केंद्र होने का टैग बरकरार रखा है।
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