यह अनाउंसमेंट लंदन में ट्रम्प के बड़े आर्थिक अधिकारियों की उनके चीनी समकक्षों के साथ बैठक के बाद की गई है।
पिछले सप्ताह दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण व्यापार संबंध और भी खराब हो गए हैं। इनके व्यापार संबंध 2024 में लगभग 600 अरब डॉलर के थे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने विदेशी स्टील इम्पोर्ट पर टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। उन्होंने विदेशों से स्टील इम्पोर्ट करने पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के ऐलान कर दिया है। इसके अलावा एल्यूमीनियम पर भी टैरिफ को दोगुना बढ़ाया जाएगा।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ट्रेड वॉर के बीच अमेरिकी अर्थव्यवस्था में जनवरी-मार्च की पहली तिमाही में 0.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
यह बैठक इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि दोनों देश आठ जुलाई तक अंतरिम व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने पर विचार कर रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ को लेकर किए गए दावे के बाद केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर का भी बड़ा बयान आया है।
ट्रम्प ने कहा कि भारत में बिक्री करना बहुत कठिन है और उन्होंने हमें एक ऐसा सौदा पेश किया है जिसके तहत वे मूल रूप से हमसे कोई टैरिफ नहीं वसूलने को तैयार हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि यह बैठक अमेरिकी पक्ष के अनुरोध पर हो रही है, जिसको लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने असहमति जताई और जियान से कहा कि वापस जाकर अपनी फाइलों का अध्ययन करें।
इंपोर्ट पर भारी-भरकम टैरिफ लगाने के ट्रंप के फैसले के बाद चीन ने भी जवाबी कदम उठाए, जिसके बाद दोनों देशों के बीच ट्रेड वॉर जैसी स्थिति बन गई।
ऑफिशियल मैन्यूफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) मार्च में 50.5 से गिरकर 49.0 के 16 महीनों के निचले स्तर पर आ गया।
अमेरिकियों की अपनी आय, व्यावसायिक स्थितियों और नौकरी बाजार के लिए अल्पकालिक अपेक्षाओं का एक माप 12. 5 अंक गिरकर 54. 4 पर आ गया, जो 13 से अधिक वर्षों में सबसे निचला स्तर है।
अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने बुधवार को कहा कि भारत के साथ ट्रेड एग्रीमेंट सफल रूप से निष्कर्ष पर पहुंचने के ‘बहुत करीब’ है।
मंगलवार को मीडिया के साथ बातचीत के दौरान, राष्ट्रपति ट्रंप चीन के साथ एक बेहतर समझौते को लेकर आशावाद नजर आए, जिसके परिणामस्वरूप चीन से होने वाले इंपोर्ट पर टैरिफ में कटौती की जा सकती है।
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 की तुलना में बैंकों की लाभप्रदता प्रभावित होगी, साथ ही यह प्रभाव सीमित होगा क्योंकि शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) में गिरावट धीरे-धीरे होने की संभावना है।
पिछले महीने भी दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच बातचीत हुई थी, जिसमें दक्षिण और पश्चिम एशिया के लिए अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच ने 25 से 29 मार्च तक भारतीय अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण व्यापारिक मुद्दों पर चर्चा की थी।
दोनों ही देश अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 9 अप्रैल को घोषित टैरिफ पर 90 दिनों की अस्थायी रोक का उपयोग करके व्यापार वार्ता को आगे बढ़ाने के इच्छुक हैं।
US China Tariff War : अमेरिका और चीन के बीच इस समय जबरदस्त टैरिफ वॉर छिड़ा हुआ है। बुधवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने चीनी उत्पादों पर टैरिफ को बढ़ाकर 245 फीसदी कर दिया। इसके बाद चीन ने कहा है कि वो बातचीत के लिए तैयार है।
चीन से अमेरिका जाने वाले सामान पर अब 245% तक टैक्स देना होगा। व्हाइट हाउस के फैक्ट शीट से यह जानकारी मिली है।
अमेरिकी प्रशासन ने अगला कदम उठाते हुए कंप्यूटर चिप, चिप बनाने वाले उपकरण और दवा संबंधी आयात की जांच शुरू की है।
भारतीय निर्यातकों ने कहा कि अमेरिकी निर्णय ऐसे समय में आया है जब अमेरिका ने इस कदम को वापस ले लिया है। यह एक बड़ी राहत है। यह टैरिफ निलंबन हांगकांग और मकाऊ सहित चीन पर लागू नहीं है।
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