Tuesday, April 23, 2024
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Sharad Purnima 2022: शरद पूर्णिमा पर इन उपायों को करके मिलेगा प्यार, बेशुमार धन और सुख समृद्धि, जानिए मंत्र और पूजा विधि

Sharad Purnima 2022: कहते हैं शरद पूर्णिमा की रात को चांद की रोशनी में कुछ ऐसे तत्व मौजूद होते हैं, जो हमारे शरीर और मन को शुद्ध करके एक पॉजिटिव ऊर्जा प्रदान करते हैं।

Written By : Acharya Indu Prakash Edited By : Ritu Tripathi Updated on: October 09, 2022 6:22 IST
Sharad Purnima 2022- India TV Hindi
Image Source : INDIA TV Sharad Purnima 2022

Sharad Purnima 2022: हिंदू कैलेंडर के अनुसार इस साल शरद पूर्णिमा रविवार 9 अक्टूबर को पड़ रही है। पूर्णिमा शरद ऋतु के आने का संकेत है। आश्विन महीने की इस पूर्णिमा को 'शरद पूनम' या 'रास पूर्णिमा' भी कहते हैं। बता दें कि-शरद पूर्णिमा की रात बड़ी ही खास होती है। इस रात को चांद की रोशनी बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है। कहते हैं शरद पूर्णिमा की रात को चांद की रोशनी में कुछ ऐसे तत्व मौजूद होते हैं, जो हमारे शरीर और मन को शुद्ध करके एक पॉजिटिव ऊर्जा प्रदान करते हैं। दरअसल इस दिन चंद्रमा पृथ्वी के काफी नजदीक होता है, जिसके चलते चंद्रमा की रोशनी का और उसमें मौजूद तत्वों का सीधा और पॉजिटिव असर पृथ्वी पर पड़ता है और ये तो आप जानते ही हैं- 'चन्द्रमा मनसो जातः' चन्द्रमा मन का कारक है। जब चन्द्रमा पृथ्वी के नजदीक होगा, तो जाहिर सी बात है कि ये हमारे मन पर और भी अधिक प्रभाव डालेगा। जो लोग मानसिक रूप से परेशान रहते हैं, जो डिप्रेशन में रहते हैं, जिन्हें किसी काम को लेकर बहुत डर लगा रहता है, जो बहुत जल्दी इरिटेट हो जाते हैं या जो मन से कमजोर होते हैं, उनके लिये शरद पूर्णिमा का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है। शरद पूर्णिमा की रात चांद की रोशनी में कुछ विशेष उपाय करके आप इन सब परेशानियों से छुटकारा पा सकते हैं और अपनी रोजमर्रा की जिंदगी को और सुगम बना सकते हैं। 

चांद की रोशनी में किये जाने वाले खास उपाय–

खीर बनाकर रखें चांदनी में 

शरद पूर्णिमा की रात को दूध, चावल की खीर बनाकर चांद की रोशनी में रखने का विधान है। आज दूध, चावल की खीर बनाकर, एक बर्तन में रखकर उसे जालीदार कपड़े से ढक्कर चांद की रोशनी में रखना चाहिए और अगली सुबह ब्रह्ममुहूर्त में श्री विष्णु को उस खीर का भोग लगाना चाहिए और भोग लगाने के तुरंत बाद उस खीर को प्रसाद के रूप में परिवार के सब सदस्यों में बांट देना चाहिए। जैसा कि हमने आपको बताया कि अन्य दिनों की तुलना में इस दिन चन्द्रमा पृथ्वी के अधिक नजदीक होता है, जिसके चलते चन्द्रमा की रोशनी में उपस्थित तत्वों का सीधा असर पृथ्वी पर पड़ता है और आज रात को खीर बनाकर चांद की रोशनी में रखने का भी यही कारण है। दूध में उपस्थित लैक्टोज और कुछ अन्य तत्व, साथ ही चावल में स्टार्च की उपस्थिति चंद्रमा की किरणों में उपस्थित तत्वों को अवशोषित करने में मदद करते हैं और ये रासायनिक तत्व हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करते हैं। साथ ही हमारे मन और मस्तिष्क को शुद्ध रखने में मदद करते हैं और एक पॉजिटिव एनर्जी का संचार करते हैं। लिहाजाइन सब चीज़ों का फायदा उठाने के लिये आपको शरद पूर्णिमा पर खीर बनाकर, कपड़े से ढक्कर चांद की रोशनी में रखना चाहिए और अगले दिन सुबह श्री विष्णु को उसका भोग लगाकर प्रसाद के रूप में खाना चाहिए और परिवार के सब सदस्यों में बांटना चाहिए।

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अपनी लव लाइफ को बनाएं परफेक्ट 

अगर पिछले काफी दिनों से लवमेट के साथ आपकी अनबन चल रही है, जिसके कारण आप डिप्रेशन में चले गए हैं और आपका ध्यान उस बात से हट नहीं रहा है, तो चांदी से बनी मोती की अंगूठी लेकर, उसे चंद्रमा के मंत्र से 108 बार अभिमंत्रित करें। मंत्र है– 'ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:'।

इस प्रकार मंत्र से अंगूठी को अभिमंत्रित करने के बाद उसे एक कटोरी में डालकर चांद की रोशनी में रख दें और पूरी रात रखा रहने दें। अगले दिन सुबह उठकर स्नान आदि के बाद उसे धारण कर लें।

इस उपाय से दूर होगी बड़ी परेशानी 

अगर आप बहुत ज्यादा इनफीरियर महसूस करते हैं, यानी आप दूसरों से अपने आपको कम समझते हैं या आपको ऐसा लगता है कि दूसरे आपसे ज्यादा बेहतर हैं, तो ऐसी स्थिति में आपको चांदी का चंद्रमा लेकर, उसे एक बर्तन में रखकर, सफेद कपड़े से ढक्कर, चांद की रोशनी में रख दें और पूरी रात रखा रहने दें। अगले दिन सुबह स्नान आदि के बाद उस चांदी के चन्द्रमा की धूप-दीप, पुष्प आदि से पूजा करें। पूजा के बाद उस चांदी के चन्द्रमा को धारण कर लें।

इस उपाय से बरसेगा पैसा 

अगर आप पैसों से संबंधी किसी बात को लेकर परेशान हैं या आपकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं चल रही है तो शरद पूर्णिमा की शाम को एक सफेद रंग के कपड़े में 5 कौड़ियां लेकर पोटली बांध लें और किसी ऐसी जगह पर रख दें, जहां चांद की रोशनी पड़ती हो। इस पोटली को रात भर वहीं पर रखा रहने दें। अगले दिन उस पोटली को उठाकर अपनी तिजोरी में रख लें।

चंद्र यंत्र से कमजोर मन को बनाएं मजबूत 

अगर आपको लगता है कि आपका मन बहुत कमजोर है या छोटे-छोटे कामों को लेकर भी आपको बेचैनी बनी रहती है कि ये कैसै पूरा होगा, तो ऐसी स्थिति से बचने के लिये आपको चन्द्र यंत्र की स्थापना करनी चाहिए। शरद पूर्णिमा के दिन चांद की अलौकिक रोशनी में चंद्र यंत्र की स्थापना करने से आपको बहुत ही पॉजिटिव फल प्राप्त होंगे। आप चाहें तो धातु आदि पर बना चंद्र यंत्र ले सकते हैं या फिर भोजपत्र पर अष्टगंध से अनार की कलम से यंत्र बना सकते हैं, लेकिन अगर आपके पास ये सब चीज़ें उपलब्ध न हो, तो आप एक सफेद कागज पर, लाल पेन की सहायता से यंत्र बना सकते हैं। यंत्र निर्माण के बाद उसका शुद्धिकरण करके उसकी प्राण-प्रतिष्ठा करनी चाहिए और उस पर चन्द्रदेव के मंत्र का जप करना चाहिए। आप उस यंत्र पर 31 हजार से लेकर सवा लाख तक मंत्र जप कर सकते हैं। आप जितने ज्यादा मंत्र का जप करेंगे, यंत्र उतना ही प्रभावशाली होगा। इस प्रकार मंत्र जप से सिद्ध किये हुए चंद्र यंत्र की स्थापना करने से या उसे गले में धारण करने से या अपने पास रखने से आपको उचित फल प्राप्त होंगे। इसके प्रभाव से आपका मन मजबूत होगा और आप अपना काम पूरे कॉन्फिडेंस के साथ पूरा करेंगे।

कारोबार में मिलेगी सफलता 

अगर आप अपने कारोबार से संबंधी फैसले नहीं ले पाते, आप खुद को फैसले लेने में असमर्थ समझते हैं, तो शरद पूर्णिमा की शाम के समय श्री विष्णु भगवान के आगे घी का दीपक जलाएं। साथ ही उनके आगे हाथ जोड़कर प्रणाम करें और कुछ देर ध्यान की मुद्रा में बैठें।

अपने जीवनसाथी से सुधारें रिश्ता 

अगर आपके जीवनसाथी का मन इधर-अधर भागता रहता है या वो आप पर और आपकी बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देते, तो शरद पूर्णिमा के दिन अपने पलंग के चारों पायों पर चांदी का तार बांध दें और साथ ही अपने गले में मोती की माला धारण करें।

बढ़ेगी सुख-समृद्धि 

अगर आप अपने घर की सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो शरद पूर्णिमा के दिन भगवान श्री विष्णु की पूजा में एक लोटा जल भरकर रखें और उस लोटे में थोड़े-से चावल डालें। साथ ही लोटे की गर्दन पर एक कलावा या मौली बांधें। फिर उस पर रोली-चावल का तिलक लगाएं और धूप-दीप आदि से भगवान की पूजा करें। जल से भरे उस लोटे को पूजा के बाद भी वहीं रखा रहने दें और शाम को चन्द्रोदय होने पर उस जल से चन्द्रमा को अर्घ्य दें। आपको बता दूं कि चन्द्रोदय आज शाम 5 बजकर 58 मिनट पर होगा। 

दूर होगी मानसिक परेशानी 

अगर आप मानसिक रूप से परेशान रहते हैं या दूसरों की बातों को जल्द ही दिल पर ले लेते हैं और सारा दिन उसी बात को लेकर सोचते रहते हैं, तो शरद पूर्णिमा की शाम को दोनों हाथ जोड़कर चंद्रदेव को प्रणाम करें। फिर वहीं पर बैठकर उनके इस मंत्र का जप करें। मन्त्र है- 

'ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:'।
शरद पूर्णिमा के दिन इस मंत्र का 1008 बार जप करना चाहिए। अगर आप इतनी बार न कर सकें, तो 108 बार करें, लेकिन करें जरूर।

बढ़ेगा कॉन्फिडेंस 

अगर आपका कॉन्फिडेंस लेवल बहुत कम है और आप दूसरों के सामने अपनी बात ठीक ढंग से नहीं रख पाते, बात रखने में थोड़ा घबराते हैं, तो शरद पूर्णिमा की शाम को एक लोटे में जल और पांच सफेद फूल डालें और इससे चन्द्रदेव को अर्घ्य दें।

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(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं)

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