भारत के तेज तर्रार गेंदबाज वरुण एरोन को अभी भी भारतीय टीम में वापसी करने की उम्मदी है। 150 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तरा से गेंद फेंकने वाले इस खिलाड़ी ने भारत के लिए साल 2011 में डेब्यू किया था।
2011 से 2015 के बीच एरोन ने भारत के लिए 9 टेस्ट और इतने ही वनडे मैच खेले, लेकिन वो टीम में अपनी जगह पक्की करने में हमेशा नाकामयाब रहे।
लेकिन अब एरोन अपनी प्रतिभा को जोहर जारी विजय हजारो ट्रॉफी में दिखा रहे हैं। एरोन ने अभी तक झारखंड से खेलते हुए 5 मैचों में 10 विकेट लेकर अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई है। उनकी इस परफॉर्मेंस की बदौलत उनकी टीम पॉइंट्स टेबल में 8 में से 6 मैच जीतकर दूसरे स्थान पर है।
एरोन ने स्पोर्ट स्टार लाइव से बातचीत के दौरान कहा कि उन्हें अगर भारतीय टीम में वापसी की उम्मीद ना होती तो वह इस वक्त क्रिकेट नहीं खेल रहे होते।
इसके आगे उन्होंने अपनी गेंदबाजी में विविधताओं के बारे में बात करते हुए कहा कि वह इस समय 150 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफतार से गेंद फेंक लेते हैं। उन्होंंने अब लेग कटर भी डालना सीख लिया है। पहले वे सिर्फ आउट स्विंग ही डाल पाते थे, लेकिन वे अब इन स्विंग पर भी जोर दे रहे हैं।
अपनी गेंदबाजी में धार लाने के लिए एरोन ने काउंटी क्रिकेट में भी भाग लिया था। अगर एरोन इसी तरह मेहनत करते रहे तो वो जल्द ही भारतीय टीम में वापसी कर सकते हैं।