दीपावली का पर्व आज देश भर में मनाया जा रहा है। वहीं देश के बड़े नेताओं और नामचीन हस्तियों ने भी देशवासियों को दीपावली की शुभकामनाएं दी हैं।
2017 में राम की पैड़ी से दीपोत्सव की शुरुआत हुई थी। तब से हर वर्ष दीपावली से एक दिन पहले रामनगरी में दीपोत्सव का अयोजन होता है। हालांकि कोरोनाकाल में दो वर्ष दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो पाया था।
भगवान् राम की नगरी अयोध्या में दीपोत्सव का कार्यक्रम शुरू हो गया है। इस कार्यक्रम में 50 से अधिक देशों को उच्चायुक्त और राजदूत शामिलहो रहे हैं।
बिहार में नवनियुक्त शिक्षकों को शुरुआत में ही राहत नहीं मिलने वाली है। दरअसल, नवनियुक्त शिक्षकों की 4 नवंबर से ट्रेनिंग शुरू हो रही है, जो कि 18 नवंबर तक चलेगी। इसी बीच दीपावली और छठ पूजा भी है। ऐसे में शिक्षकों को दीपावली और छठ पूजा में घर से दूर रहना पड़ सकता है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जिन राज्यों में पटाखे पूरी तरह से बैन नहीं हैं, वहां ग्रीन क्रैकर्स का इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि ग्रीन क्रैकर्स में से चार कैटेगरी के पटाखों को ही केवल इजाजत होगी।
इससे पहले साल 2021 और 2022 में इस कानून पारित करने के दो अभ्यास असफल हो चुके हैं। बता दें कि फरवरी महीने में न्यूयॉर्क सिटी काउंसिल ने दिवाली के अवसर पर स्कूल में छुट्टी देने को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया था।
Diwali Puja: भारत के इस प्रदेश में दिवाली नहीं मनाई जाती हैं। आप सोच रहें होंगे की, आखिर क्यों नहीं यहां पर दीपावली मनाया जाता है। इसके पीछे भी लोगों की अपनी मान्यता है, जिसके कारण वो दिवाली को सेलेब्रेट नहीं करते हैं और ना ही भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं।
Green Crackers: दीपावली आते ही पटाखो को लेकर विवाद छिड़ जाती है। हमेशा लोग विवाद में फंस जाते हैं। प्रदुषण को लेकर राज्य सरकार सामान्य पटाखों को लेकर बैन लगा दिया जाता है।
Dussehra 2022: ये सवाल शायद आपके दिमाग में भी कई बार आपके दिमाग में भी आया होगा कि दीपावली हमेशा दशहरा के ठीक 21 दिन बाद क्यों पड़ती है। आइए जानते हैं इसका जवाब...
व्हाइट हाउस में दीपावली मनाने की तस्वीर शेयर करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्वीट करते हुए कहा है कि कि दिवाली का प्रकाश हमें अंधकार से ज्ञान की तरफ लेकर जाए
इसमें कोई शक नहीं है कि पटाखों के बिना दिवाली का उत्साह अधूरा है लेकिन मुश्किल ये है कि दिल्ली और आसपास के इलाकों में अगर आपने पटाखे चलाए तो जुर्माना और जेल दोनों हो सकती है। यानी इस बार आपको दिवाली बिना पटाखों के साथ मनानी पड़ सकती है।
दीपावली और छठ पूजा त्योहार के मद्देनजर यात्रियों को राहत देने के लिए भारतीय रेलवे ने फिर से कई विशेष ट्रेनों की घोषणा की है।
हर साल दीपावली के नौवें दिन लाखों श्रद्धालु यहां आकर अयोध्या के चारों तरफ नंगे पैर पैदल चलकर परिक्रमा पूरी करते हैं।
पुलिस ने बताया कि तेज आवाज सुनाई देने के बात उन्हें अलर्ट किया गया और उन्हें उस स्थान से विस्फोटक से भरे सिलिंडर मिले। उसके अगले दिन जीवन को गिरफ्तार कर लिया गया।
'सफर' की ओर से कहा गया कि पिछले साल की तुलना में इस साल विषैले पटाखे कम भी चलाए जाएं तो भी दीपावली के बाद आठ नवंबर को दिल्ली की वायु गुणवत्ता के और खराब होकर ‘बेहद गंभीर और आपात’ की श्रेणी में पहुंचने की आशंका है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस बार की दीपावली भी जवानों के बीच ही मनाई। पीएम मोदी भारत चीन सीमा पर हर्षिल आर्मी कैंप में सेना और आइटीबीपी के जवानों की हौसलाअफजाई को पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने जवानों को मिठाई खिलाकर दीपावली की बधाई दी।
वायु गुणवत्ता और मौसम पूवार्नुमान और शोध (सफर) के मुताबिक, यह स्थिति दिवाली तक रहेगी।
बयान में कहा गया कि मेट्रो ट्रेन सेवा दिवाली के दिन सभी लाइनों पर सुबह छह बजे और एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर सुबह के 4:45 बजे से ही शुरू होगी।
आंकड़े के अनुसार, दिल्ली में चार इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ स्तर पर है जबकि 29 इलाकों में ‘बेहद खराब’ दर्ज की गई है।
पीठ ने कहा कि तमिलनाडु, पुडुचेरी और अन्य दक्षिण भारतीय राज्यों में त्योहार पर सुबह चार से पांच बजे के बीच और रात को नौ से दस बजे के बीच एक-एक घंटे के लिए पटाखे फोड़े जा सकेंगे।
संपादक की पसंद