Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान के अंदर से एक ऐसी आवाज़ सुनाई दे रही है। जो 75 साल में कभी सुनाई नहीं दी। पाकिस्तानी बड़ी हिम्मत से खुल्लम खुल्ला बोल रहे हैं कि चाहे PoK ले लो, लेकिन पाकिस्तान की मदद कर दो।
भारत से मुकाबला करने का सपना देखने वाला कंगाल पाकिस्तान बर्बादी के कगार पर पहुंच चुका है। सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि उसका रुपया भी भारत की तुलना में कहीं नहीं ठहरता। मौजूदा दौर में पाकिस्तानी रुपये की वैल्यू भारत के मुकाबले साढ़े 3 गुना तक कमजोर हो चुकी है। इससे पाकिस्तान की बाजार ध्वस्त होने की स्थिति में है।
महंगाई, भुखमरी और आर्थिक तंगी का सामना कर रहे पाकिस्तान में जनता अब भड़क उठी है। पाकिस्तान में कई महीने से आटा, दाल, चावल के लिए लोगों को बड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है। ऐसे में जनता ने सड़क पर उतरने का मन बना लिया है।
पाकिस्तान पूरी दुनिया में घूम आया पर उसे कहीं से भी कर्जा नहीं मिला। सिर्फ 1 बिलियन डॉलर के पाकिस्तान IMF की कड़ी से कड़ी शर्तें मान रहा है। पाकिस्तान में जीना अब बहुत मुश्किल हो गया है। ऐसे में उन्हें सिर्फ अब भारत से ही आस दिख रही है।
दुनिया भर में घूम-घूम कर भीख मांग रहे पाकिस्तान को अब कोई शर्म- हया नहीं बची रह गई है। पाकिस्तान जिस चीन को अपना पक्का दोस्त बताता था, उसने जब उसे फूटी कौड़ी भी देने से मना कर दिया तो भी पाक ने ड्रैगन का पीछा नहीं छोड़ा। यह कहकर पीछे लगा रहा कि कुछ तो दे दो...जितना हो सके उतना ही दे दो...।
आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान को International Monetary Fund (IMF) ने नसीहत दी है और बताया है कि कैसे वह अपनी गरीबी को दूर कर सकता है और अपनी आर्थिक हालत ठीक कर सकता है।
पाकिस्तान के दिवालिया होने का एलान हो चुका है. क्या है पाकिस्तान के लिए आगे का रास्ता ? देखिए इस पूरी रिपोर्ट में.
Pakistan Economic Crisis Updates: बर्बादी के रास्ते पर पाकिस्तान एक कदम और आगे बढ़ गया है। कागजों में भले ही अभी नहीं आया हो, लेकिन पाकिस्तान डिफॉल्ट यानी दिवालिया हो चुका है। ये बात खुद पाकिस्तान की सरकार में शामिल मंत्री कह रहे हैं.
Pakistan Economic Crisis Updates: कंगाल और दिवालिया कहा जाने पर कोई भी चिढ़ जाता है लेकिन दुनिया के नक्शे पर पाकिस्तान ऐसा देश बन गया है जिसने मान लिया है कि हम बर्बाद हो चुके हैं। Shehbaz सरकार के बड़े बड़े मंत्री दिवालिया होने के इकबालिया बयान जारी कर रहे हैं। पाकिस्तान को और कर्ज देने को कोई तैया
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने शनिवार को कहा कि उनका देश पहले ही दिवालिया हो चुका है। इसलिए अब जमीन बेचने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर महंगी सरकारी जमीन पर बने दो गोल्फ क्लबों को बेच दिया जाए तो पाकिस्तान का एक-चौथाई कर्ज चुकाया जा सकता है।
वित्तीय वर्ष 23 में सामाजिक क्षेत्र का व्यय वित्त वर्ष 2016 में 9.1 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 21.3 लाख करोड़ रुपये हो गया।
भारत में छह करोड़ से अधिक सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) हैं जिनमें विभिन्न क्षेत्रों और उद्योगों के लगभग 12 करोड़ लोग काम करते हैं।
बीता साल तो महंगाई की भेंट चढ़ गया, लेकिन अब हर कोई यही सोच रहा है कि आने वाला साल कैसा रहेगा। इसकी एक झलक देश के आर्थिक सर्वेक्षण में दिखाई दी है।
संसद में मंगलवार को वित्त वर्ष 2022-23 के आर्थिक सर्वेक्षण को पेश कर दिया है। इसमें भातरीय अर्थव्यवस्था को लेकर कई अच्छी बात तो कुछ चिंता भी जताई गई है।
आप घर बैठे संसद में पेश होने वाले आर्थिक सर्वेक्षण का देख सकते हैं। आर्थिक सर्वेक्षण का लाइवस्ट्रीम सरकार के सभी ऑफिसियल चैनल जैसे संसद टीवी, पीआईबी इंडिया आदि पर किया जाएगा।
इकोनॉमिक सर्वे मौजूदा वित्त वर्ष का एक लेखा-जोखा होता है। इसके लिए विभिन्न सेक्टर्स, इंडस्ट्री, एग्रीकल्चर, इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन, रोजगार, महंगाई, एक्सपोर्ट जैसे डेटा का सहारा लिया जाता है।
बजट-सत्र के दौरान सरकार की नजर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव और वित्त वर्ष 2023-24 के आम बजट आदि पर सुचारू रूप से चर्चा कराने पर रहेगी
कंगाल पाकिस्तान दो वक्त की रोटी को मोहताज हो गया है। आर्थिक तबाही से पाकिस्तान में भूख और गरीबी तांडव दिखा रही है। इस बीच पाकिस्तान के लिए एक और बुरी खबर है। इसके बाद मौजूदा हालातों से उबर पाना पाकिस्तान के लिए बहुत मुश्किल हो जाएगा। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) ने पाकिस्तान कई बड़ी शर्तें और लगा सकता है।
बजट परंपरा के अनुसार सरकार बजट से ठीक पहले मौजूदा वित्त वर्ष का आर्थिक सर्वेक्षण पेश करती है, जिसमें सरकार के आय व्यय, योजना क्रियांन्वयन और विभिन्न क्षेत्रों के प्रदर्शन एवं भविष्य की रणनीति का जिक्र होता है
आर्थिक बदहाली से जूझ रहे पाकिस्तान को अब अल्लाह ही बचा सकते हैं। यह कहना है पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार का। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की तरक्की के लिए अल्लाह जिम्मेदार हैं। वही पाकिस्तान को अमीर बना सकते हैं। इशाक डार ने कहा कि देश की समृद्धि और विकास को अल्लाह ही दुरुस्त कर सकते हैं
संपादक की पसंद