अडाणी समूह ने एक बयान में स्पष्ट रूप से इनका खंडन करते हुए कहा कि इसमें पुराने आरोपों को अलग तरीके से दोबारा पेश किया गया।
अदानी समूह ने ऑर्गेनाइडज़्ड क्राइम एंड करप्शन रिपर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) द्वारा लगाए गए छिपे विदेशी निवेशकों के 'दोबारा थोपे गए' आरोपों को कड़ाई से अस्वीकार कर दिया है।
समूह के प्रवर्तकों ने 10 सूचीबद्ध कंपनियों में से पांच की हिस्सेदारी जीक्यूजी पोटनर्स जैसे निवेशकों को बेची है। इससे समूह की कंपनियों के शेयरों में सुधार हुआ है।
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि अडाणी एंटरप्राइजेज के लिए अच्छी खबर है। किसी कंपनी में उसके प्रमोटर द्वारा हिस्सेदारी बढ़ाने का मतलब होता है कि उस कंपनी पर प्रमोटर का विश्वास बढ़ रहा है।
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि Adani Group के शेयर की कीमतों में वृद्धि वैश्विक निवेशकों की रुचि बढ़ने के कारण है। लगता है कि निवेशकों ने डेलॉयट के हालिया मुद्दे को पीछे छोड़ दिया है।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, अडाणी समूह की 10 कंपनियों का कुल बाजार मूल्यांकन शुक्रवार को 10.96 लाख करोड़ रुपये हो गया।
हिंडनबर्ग ने जनवरी में अडाणी समूह पर बही-खातों में धोखाधड़ी और शेयरों के भाव में गड़बड़ी के साथ विदेशी इकाइयों के अनुचित उपयोग का आरोप लगाया था।
डेलॉयट ने इस्तीफा देने से पहले हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों की बाहर से स्वतंत्र जांच कराने की मांग की थी।
अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडाणी ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयर में बड़ी बिकवाली देखने को मिली थी।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडाणी की कंपनियों पर वित्तीय अनियमितता के आरोपों के बाद यह समूह द्वारा किया गया पहला बड़ा सौदा है।
पहली तिमाही में कंपनी की कुल आय बढ़कर 2,404 करोड़ रुपये हो गई जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 1,701 करोड़ रुपये थी।
कंपनी रजिस्ट्रार से अनुमति मिलने के बाद ही कंपनी ने यह कदम उठाया गया है। कंपनी 14 राज्यों में उपस्थिति के साथ देश की सबसे बड़ी निजी पारेषण (ट्रांसमिशन) कंपनी है।
रविवार को अमेरिकी निवेश कंपनी बेन कैपिटल ने कहा कि उसने अडाणी कैपिटल और अडाणी हाउसिंग में 90% हिस्सेदारी हासिल करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
गौतम अडाणी ने बताया कि समूह की कंपनियों ने वित्तीय वर्ष 22-23 के लिए शानदार प्रदर्शन किए।
Hindenburg Controversy: हिंडनबर्ग ने कंपनी की छवि खराब करने की कोशिश की थी। अडानी ग्रुप हमेशा अपने निवेशकों के साथ खड़ा रहा है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में गैस वितरण के लिए आईजीएलको मंजूरी मिली हुई है लेकिन अडाणी टोटल गैस ने दिल्ली से सटे इलाकों में उसके दावेदारी को चुनौती दी थी।
अदाणी पोर्ट्स मुंद्रा मरीन टीम ने जहाज की सभी जटिल स्थितियों और लाइव मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए जहाज के लिए आवश्यक सुविधा प्रदान की।
शेयर बाजार को दी गई एक अन्य सूचना के अनुसार, उद्योगपति गौतम अडाणी और उनके भाई राजेश एस अडाणी ने प्रवर्तक परिवार के शेयर बेचे हैं।
कंपनी देश के 124 जिलों में वाहनों के लिए सीएनजी की खुदरा बिक्री करने के अलावा पाइप से घरेलू रसोई गैस की आपूर्ति भी करती है।
अडाणी ट्रांसमिशन का शेयर 5.93 प्रतिशत, अडाणी पोर्ट्स का शेयर 5.12 प्रतिशत, अडाणी टोटल गैस का शेयर 2.26 प्रतिशत, अडाणी विल्मर का शेयर 1.83 प्रतिशत बढ़त के साथ बंद हुआ।
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