अनामिका शुक्ला के फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे उत्तर प्रदेश के नौ जिलों में नौकरी किए जाने का मामला सामने आने के बाद जिले के सीर बनकट गांव की असली अनामिका शुक्ला को जिले के एक वित्त पोषित विद्यालय प्रबंधक ने नियुक्ति पत्र सौंपा है।
उत्तर प्रदेश में बीते एक सप्ताह से चर्चा में रहीं अनामिका शुक्ला आज सामने आ गई हैं। उप्र के गोंडा जिले की रहने वाली अनामिका शुक्ला ने किसी भी जिले में नौकरी नहीं की है, और वह आज भी बेरोजगार हैं।
कार में सवार लोगों का दावा है कि रात 11 बजे जब वो गोंडा-बेलसर के रास्ते में कुरहा गांव के पास पहुंचे तो तेज़ हवाएं चलने लगीं। हवाएं इतनी तेज़ थीं कि उनकी कार का बैलेंस बिगड़ गया और कार पेड़ पर जाकर लटक गई।
नरेंद्र मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने की खुशी में माता-पिता द्वारा नवजात को दिया गया नाम परिवार पर ही भारी पड़ा है। उत्तर प्रदेश के गोंडा में एक मुस्लिम महिला को समाज के तानों के बाद अपने नवजात शिशु का नाम नरेंद्र मोदी से बदलकर मोहम्मद मोदी करना पड़ा है।
वजीरगंज के सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) घनश्याम पाण्डेय ने बताया कि उन्हें एक शपथ पत्र के साथ प्रार्थना पत्र मिला है, जिसमें एक नवजात शिशु का नाम नरेन्द्र दामोदर दास मोदी के रूप में परिवार रजिस्टर में दर्ज कर जन्म प्रमाणपत्र जारी करने का अनुरोध किया गया है।
समाजवादी पार्टी (SP) ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पांचवीं लिस्ट जारी कर दी है। पार्टी ने पांचवी लिस्ट में उत्तर प्रदेश की 5 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवार उतारे हैं।
कक्षा नौ में पढ़ने वाला दीपक (15) कल रात ठंड से बचने के लिए कारखाने के ओवन में बैठकर हाथ सेक रहा था। अचानक ओवन का दरवाजा अंदर से बंद हो गया।
यूपी के गोंडा में युवक को पेड़ से बांधकर ससुराल वालों ने बुरी तरह पीटा
यूपी के गोंडा में नशे में झूमते नज़र आए सरकारी विभाग के कर्मचारी | मामले की जांच के लिए बनाई गयी कमेटी
UP के गोंडा में तैनात रेलवे इंजीनियर गिरफ्तार, लाखो का सामान चोरी से बेचने का आरोप.
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UP: A family clash over land dispute in Gonda
उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर के काफिले के एक वाहन से कुचल जाने से एक बच्चे की मौत हो गई
UP: Gonda boy ‘hit’ by minister’s convoy, dies
इस घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया। हंसी-खुशी के माहौल में एकदम से परेशानी का साया छा गया। दरअसल, घुड़चढ़ी की रस्म के बाद दूल्हे को घोड़ी पर बैठकर कुएं के फेर लगाने थे। किसी तरह जेसीबी मशीन के जरिए घोड़ी और दूल्हे को रस्सी के जरिए कुएं से बाहर निक
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