Gyanvapi case: वाराणसी कोर्ट में ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर सुवाई हो रही है ।विष्णु जैन समेत सारे पक्षकार कोर्ट में रहे मौजूद हैं। इससे पहले 26 मई को इस मामले पर हिंदू पक्ष और मुस्लिम पक्ष में 2 घंटे तक बहस हुई जिसके बाद सोमवार को दोपहर 2 बजे तक सुनवाई टल गई थी।
नूपुर शर्मा ने कथित तौर पर कहा था कि यदि लोग लगातार हिंदू आस्था का मजाक उड़ा रहे हैं, तो वह भी इस्लाम को लेकर ऐसा सकती हैं।
ज्ञानवापी मस्जिद विवाद को लेकर दुनियाभर के इस्लामिक देशों की नजरें भी भारत पर टिकी हैं। पाकिस्तान, बांग्लादेश और तुर्की जैसे इस्लामिक देशों की मीडिया इस खबर को प्रमुखता से चला रही है।
PFI : पीएफआई का मानना है कि ज्ञानवापी और मथुरा मस्जिद के खिलाफ कोर्ट में दायर की गई याचिका गलत है।
हिंदू पक्ष के आरोपों ने ज्ञानवापी मस्जिद मामले में नया ट्विस्ट लिया दिया है। याचिकाकर्ता विष्णु जैन का दावा है उनके इल्जाम एकदम सही हैं और इसके सबूत है मुस्लिम पक्ष ने महापाप किया है। महादेव का अपमान किया है। वो कोर्ट में अपनी बात को साबित कर देंगे कि शिवलिंग के साथ छेड़छाड़ की गई है
Gyanvapi Masjid Case : अदालत केस की मेंटेनेबिलिटी पर फैसला सुनाएगी। सबसे पहले मुस्लिम पक्ष के प्रार्थना पत्र पर ही सुनवाई होगी और इसके बाद आगे की कार्यवाही तय की जाएगी।
Mangalore Controversy after Gyanvapi: कर्नाटक के मंगलौर में एक पुरानी मस्जिद के नीचे कथित तौर पर हिंदू मंदिर जैसा वास्तुशिल्प डिजाइन मिलने का दावा किया जा रहा है। इसको लेकर विश्व हिंदू परिषद एक अनुष्ठान करने जा रहा है। इस वजह से बुधवार रात 8 बजे से इलाके में धारा 144 लगा दी गई है।
Gyanvapi Masjid Case: ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़ी नई याचिका पर आज सिविल कोर्ट में सुनवाई हुई। मस्जिद में मिले कथित शिवलिंग की पूजा की इजाजत मांगने वाली याचिका फास्ट ट्रैक कोर्ट को ट्रांसफर कर दी गई है । अब 30 मई को सुनवाई होगी।
Gyanvapi Masjid Case : सोमवार को करीब 45 मिनट तक दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था।
वाराणसी के ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले में जिला जज ए.के. विश्वेश की अदालत ने सोमवार को इस बात को लेकर अपना फैसला मंगलवार तक के लिए सुरक्षित रखा कि किस मामले पर पहले सुनवाई होगी।
दरअसल, ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे मामले में आज का दिन बेहद अहम था, क्योंकि आज सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पहली बार वाराणसी जिला जज ने मामले की सुनवाई की।
Tariq Fateh on Gyanvapi: ज्ञानवापी विवाद पर पाकिस्तान मूल के कनाडाई लेखक तारिक फतह ने एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि- 'ज्ञानवापी मस्जिद नहीं है, बल्की वह मंदिर था। इसलिए जो जिसका है वह उसे सौंप देना चाहिए।'
Gyanvapi Masjid Case: ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे मामले में आज का दिन बेहद अहम है, क्योंकि आज सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पहली वाराणसी जिला जज मामले की सुनवाई करेंगे। इस दौरान जिला जज तमाम लंबित याचिकाओं और नई याचिकाओं पर भी विचार करेंगे।
रतन लाल के खिलाफ दिल्ली के वकील विनीत जिंदल की शिकायत के आधार पर मंगलवार की रात FIR दर्ज की गई थी।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश का काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नागेंद्र पांडे ने स्वागत किया।
Gyanvapi Masjid Case: ज्ञानवापी के तहखाने को लेकर व्यास परिवार के वंशजों ने दावा ठोंका है। व्यास परिवार का कहना है कि ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने का दक्षिणी भाग हमारा है।
हिंदू पक्ष का दावा है कि तीन दिनों के सर्वे के दौरान मस्जिद के आंतरिक हिस्से में कई ऐसी चीजें पाई गईं जो पुराने हिंदू मंदिर के वास्तुकला के कुछ हिस्सों को दर्शाती हैं।
Gyanvapi Masjid : सर्वे रिपोर्ट पेश होने के बाद आज पहला जुमा है और बड़ी संख्या में नमाजी मस्जिद परिसर में पहुंचे रहे हैं।
Gyanvapi Masjid Case: ज्ञानवापी मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट में तीन जजों की बेंच ने इस मामलो को अब वाराणसी जिला जज के पास भेज दिया है। पूरा मामला अब जिला आदालत में ही चलेगा।
बीजेपी विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने ट्वीट में धमकी भरे लहजे में लिखा कि दुर्योधन को 5 गांव नहीं देने पर पूरा राज्य खोना पड़ा था। हमने तीन मंदिर मांगे थे, अब तैयार रहो, सारे मंदिर वापस लेंगे।
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