यह तूफान श्रेणी 5 का था जो अब तक के सबसे शक्तिशाली अटलांटिक तूफ़ानों में से एक है। इस तूफान के चलते 12,000 घरों में पानी भर गया।
हैती में लगातार बढ़ती हिंसा और अपराध पर काबू पाने के लिए अमेरिका और पनामा ने संयुक्त राष्ट्र के सामने एक विशेष प्रस्ताव रखा है। इसमें हैती के लिए 5500 शसस्त्र सैनिकों को भेजने की अपील की गई है।
हैती में लोगों की हालत बद से बदतर होती जा रही है। हालात ऐसे बन गए हैं कि अगर मदद नहीं मिली तो जून में इस देश की आधी आबादी के पास खाने का संकट होगा। इसमें सबसे अधिक बच्चे प्रभावित होंगे।
अफ्रीकी देश हैती इस वक्त सशस्त्र गिरोहों से खतरे में है। संयुक्त राष्ट्र ने चेताया है कि यदि हैती को जल्द अंतरराष्ट्रीय मदद नहीं पहुंची तो गिरोह उनकी राजधानी पर कब्जा कर सकता है।
हैती के राष्ट्रपति जोवेनेल मोइसे की 2021 में हत्या किए जाने के बाद से इस कैरेबियाई देश में गिरोह और ताकतवर हो गए हैं। ऐसा अनुमान है कि वे राजधानी पोर्ट-ऑ-प्रिंस के 80 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा कर चुके हैं।
अफ्रीकी देश हैती में एक गिरोह ने शहर के लोगों को निशाना बनाकर हमला किया, जिसमें 20 से ज्यादा लोग मारे गए और 50 लोग घायल हो गए हैं।
हैती के राष्ट्रपति एडगार्ड लेब्लांक फिल्स का एक बड़े जग से पानी पीते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसे देखने के बाद लोगों उनका खूब मजाक उड़ा रहे हैं।
दक्षिणी हैती में टैंकर दुर्घटना में 17 लोगों की मौत के बाद गंभीर रूप से घायल हुए लोगों का जीवन खतरे में है। बताया जा रहा है कि अस्पताल में जले लोगों के लिए इलाज की पर्याप्त सुविधा नहीं है।
हैती के प्रधानमंत्री गैरी कोनिले बाल-बाल बचे हैं। पोर्ट-ऑ-प्रिंस में पीएम कोनिले को एक अस्पताल से बाहर निकालने के लिए सुरक्षाकर्मियों को फायरिंग करनी पड़ी। गोलीबारी में कोई हताहत नहीं हुआ है।
हैती में हिंसा ने हाहाकार मचा दिया है। मार्च से लगातार हिंसा बढ़ती ही जा रही है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार बढ़ती हिंसा और हमलों के बीच अब तक 5.80 लाख लोग सुरक्षित ठिकानों की ओर विस्थापित हुए हैं।
हैती के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री गैरी कोलिने की अचानक तबीयत बिगड़ गई है, जिसके बाद उन्हें राजधानी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि उनके बीमारी के बारे में अभी तक कोई आधिकारी जानकारी सामने नहीं आई है। अभी गत 28 मई को उन्हें पीएम चुना गया था।
हैती में इन दिनों भारी बवाल मचा हुआ है और हथियारबंद गिरोहों के अत्याचारों के चलते जहां सैकड़ों लोग मारे गए हैं वहीं 15 हजार से ज्यादा आम नागरिक बेघर हो गए हैं।
कैरेबियाई देश हैती में गृहयुद्ध के कारण हालात बिगड़ गए हैं। इसी बीच हैती के प्रधानमंत्री ने ऐसे समय इस्तीफादे दिया है। साथ ही देश में शांति बनाए रखने की अपील की है।
कैरेबियाई देश हैती गृहयुद्ध का शिकार हो गया है। इसी बीच हिंसा का तांडव देखते हुए अमेरिका ने अपने दूतावास के कई कर्मचारियों को वापस बुला लिया है।
कैरेबियाई देश में लगातार खूनी हिंसा के चलते सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने 72 घंटे की इमरजेंसी लगाने की घोषणा कर दी है। साथ ही रात का कर्फ्यू भी लगा दिया है। इस दौरान सरकार बड़ा काम करने जा रही है।
एक शोध के अनुसार अमेरिका दुनिया को आर्सेनिक वाला चावल खिला रहा रहा है। इस बात का खुलासा शोध में हुआ है। भारत ने दुनिया को गैर बासमती चावल की सप्लाई रोकी है। उसके बाद से ही दूसरे देश चावल निर्यात ज्यादा कर रहे हैं।
अपने देश के प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर इस देश की जनता सड़कों पर उतर आई है। लोगों की आक्रामकता देखते ही बनती है। प्रदर्शन् के दौरान पुलिस से झड़पें भी हुईं। कई शहरों में हालात बुरे हैं।
देश की नागरिक सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, हैती में मूसलाधार बारिश के कारण आई भारी बाढ़ से कम से कम 42 लोगों की मौत हो गई और 13000 अन्य विस्थापित हो गए।
ले नोवेलिस्टे अखबार ने जानकारी दी कि हादसे में दर्जनों लोग घायल हुए हैं और अस्पतालों में आवश्यक चीजों की कमी है।
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