
पोर्ट-ऑ-प्रिंस: हैती में पहले से ही हालात खराब हैं और आने वाले दिनों में इनके भयावह होने की संभावना है। इस देश की आधी से अधिक आबादी जून तक गंभीर भुखमरी की चपेट में आ सकती है। इस सप्ताह जारी एक ताजा रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। संयुक्त राष्ट्र की पहल ‘एकीकृत खाद्य सुरक्षा चरण वर्गीकरण’ के विश्लेषण के अनुसार, गिरोहों के बीच लगातार हो रही हिंसा और लगातार आर्थिक पतन हैती की इस दशा लिए जिम्मेदार है।
बिगड़ रहे हैं हालात
रिपोर्ट में बताया गया है कि गंभीर भुखमरी का सामना करने वाले लोगों की संख्या पिछले वर्ष की 3 लाख की संख्या से बढ़कर लगभग 57 लाख हो गई है। हालात नहीं सुधरे तो आधी से अधिक आबादी के जून तक गंभीर भुखमरी की चपेट होगी और लोगों के पास खाने के लिए कुछ भी नहीं होगा। इतना ही नहीं अस्थायी आश्रयों में रह रहे लोगों के सामने भी गंभीर संकट होगा जिनकी संख्या 8,400 है।
दिख रहा ट्रंप के फैसले का असर
आश्रय स्थलों पर भोजन और पेयजल सामान्य रूप से वितरित किया जाता था। लेकिन, इस साल फरवरी के अंत में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया था। ट्रंप प्रशासन के इस फैसले का असर भी नजर आ रहा है। यहां 90 प्रतिशत विदेशी सहायता अनुबंधों को ट्रंप प्रशासन ने समाप्त कर दिया है। अब इन स्थलों को दी जाने वाली सहायता कम होने लगी है जिससे हालात और बिगड़ रहे हैं।
क्या कहती है रिपोर्ट
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अगस्त 2024 से फरवरी 2025 तक लगभग 9,77,000 हैती वासियों को मासिक खाद्य सहायता प्राप्त हुई, हालांकि राशन में आधे तक की कटौती की गई है। यूनिसेफ की तरफ से कहा गया है कि एक अनुमान के मुताबिक, 28,50,000 बच्चे खाद्य असुरक्षा का लगातार सामना कर रहे हैं। हालात को संभाला गया को स्थिति बदतर हो जाएगी। (एपी)
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