यूपी के हाथरस जिले में एक शर्मनाक घटना सामने आई है। 10वीं क्लास में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा ने अस्पताल के टॉयलेट में एक बच्ची को जन्म दिया है। सबसे हैरानी की बात ये है कि उसे या उसके परिजनों को प्रेग्नेंसी की कोई जानकारी नहीं थी।
हाथरस की एक विशेष अदालत ने 2 मार्च को मामले के मुख्य आरोपी संदीप सिसोदिया को गैर-इरादतन हत्या और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत दोषी ठहराया था, लेकिन उन्हें बलात्कार के आरोपों से बरी कर दिया था।
लखनऊ की एक स्थानीय अदालत ने हाथरस कांड को कवर करने के लिए हाथरस जाते वक्त अक्टूबर 2020 में गिरफ्तार केरल के पत्रकार सिद्दीक कप्पन को रिहा करने का आदेश सोमवार को जारी कर दिया गया।
Hathras Case Hearing: पीठ ने राज्य सरकार को यह भी आदेश दिया है कि 6 महीने के भीतर वह पीड़ित परिवार को हाथरस से बाहर प्रदेश में कहीं दूसरी जगह बसाने का इंतजाम करे।
हाथरस गैंगरेप के परिवार से किसी एक के चुनाव लड़ने की बात कही जा रही थी। मगर अब इसको लेकर परिवार ने साफ तौर पर मना कर दिया है।
समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा धारण की जाने वाली 'टोपी' पर पूर्व में तल्ख टिप्पणी कर चुके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि हाथरस में हाल में हुई घटना ने इस टोपी को एक बार फिर कठघरे में खड़ा कर दिया है।
उत्तर प्रदेश STF रउफ शरीफ को केरला से प्रोडक्शन वारंट पर उत्तर प्रदेश ला रही है।रउफ शरीफ पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के स्टूडेंट विंग CFI का जनरल सेक्रेटरी है और कोच्चि की एर्नाकुलम जेल में अभी तक बंद था।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय (Allahabad High Court) की लखनऊ खंडपीठ ने हाथरस में एक दलित युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म (Hathras Rape-Murder Case) और मौत के मामले में पूर्व में उपलब्ध कराई गई ऑडियो और वीडियो क्लिप देखी।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 वर्षीय एक दलित लड़की से कथित गैंगरेप और मर्डर के मामले में सीबीआई ने घटनास्थल से मिट्टी, खेत में मिले सूखे वनस्पति पदार्थ के नमूने इकट्ठा किए हैं।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 वर्षीय एक दलित युवती से गैंगरेप एवं उसकी हत्या के मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने चार आरोपियों के खिलाफ शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल किया।
हाथरस मामले में बुधवार को सीबीआई ने इलाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में जांच के लिए और वक्त मांगा है। सीबीआई ने कहा कि जांच में अभी और वक्त लगेगा इसलिए वह आज स्टेटस रिपोर्ट दाखिल नहीं कर सकती।
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के युवा नेता और महासचिव रऊफ शरीफ को तिरुअनंतपुरम एयरपोर्ट पर देश से भागने की कोशिश करते समय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हिरासत में ले लिया।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में सितंबर में हुए गैंगरेप कांड पर SIT ने यूपी सरकार को केस की जांच रिपोर्ट सौंप दी है। एसआईटी की रिपोर्ट में डीएम पर कार्रवाई के संकेत भी दिए गए हैं।
डॉ. राजकुमारी बंसल ने कहा, "मैं मानवीय आधार पर परिवार के साथ थी। मेरा पीड़ित परिवार के साथ कोई संबंध नहीं है। मैं इस मुश्किल समय में परिवार के साथ रहना चाहती थी, और उनके आग्रह पर मैं वहां थी।"
सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि फिलहाल केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) जो जांच कर रही है उसके बाद ही जांच को राज्य से बाहर ट्रांसफर किए जाने का फैसला लिया जाएगा।
15 अक्टूबर को पिछली सुनवाई में, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने हाथरस पीड़ित के परिवार की सुरक्षा के लिए किसी भी एजेंसी को नियुक्त करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया था, लेकिन साथ ही उन्होंने कहा था कि इससे राज्य पुलिस की निष्पक्षता पर कोई आंच नहीं आनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश की राजधानी में डीआईजी चंद्र प्रकाश की पत्नी पुष्पा प्रकाश ने शनिवार को आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने हालांकि आत्महत्या का कारण बताने से फिलहाल इनकार किया है।
Hathras Case: आपको बता दें कि 15 सदस्यीय सीबीआई टीम हाथरस मामले की जांच कर रही है। मंगलवार को सीबीआई की टीम ने करीब चार घंटे तक पीड़िता के भाई से पूछताछ की।
इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने सोमवार को हाथरस पीड़िता के 'जबरन दाह संस्कार' करने के मामले की विस्तृत सुनवाई की, जिसमें जिला मजिस्ट्रेट ने अपना पक्ष रखा। कोर्ट ने कहा है कि वह मामले में आदेश बाद में देगा। कोर्ट अगली सुनवाई 2 नंवबर को करेगा।
हाथरस मामले में सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में सुनवाई की गई। अब इस मामले की सुनवाई अगले महीने यानी 2 नवंबर को होगी।
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