हाथरस केस की जांच के सिलसिले में आज सीबीआई की टीम पीड़िता के गांव पहुंच सकती है। सीबीआई के साथ सीएफएसएल की टीम रहेगी। जानकारी के मुताबिक सीबीआई की 15 सदस्यीय टीम हाथरस के स की 15 दिनों तक जांच करेगी।
हाथरस में दलित समुदाय की 19 वर्षीय एक युवती के कथित सामूहिक बलात्कार और उसकी मौत के मामले में पीड़िता के परिजन सोमवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ के समक्ष पेश होंगे।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने उत्तर प्रदेश के हाथरस में 14 सितंबर को दलित युवती के साथ हुई कथित सामूहिक बलात्कार की घटना की जांच अपने हाथ में ले ली है और इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
सीएम योगी ने कहा कि जब भी इन्हें सत्ता मिली इन्होंने अपने परिवार के अलावा किसी को नहीं माना। इनके लिए अपना परिवार और ख़ानदान ही देश है,समाज है, बाकी कुछ नहीं है।
हाथरस मामले में नाराजगी के बाद आगरा के एडीजी पीयूष आनंद को हटा दिया है। उन्हें अब एडीजी रेलवे बना दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए कथित गैंगरेप मामले की फिलहाल जांच चल रही है इस बीच जांच एजेंसियों के निशाने पर जबलपुर की एक महिला एक्टिविस्ट आ गई है।
उत्तर प्रदेश के हाथरस मामले में केरल का गिरफ्तार पत्रकार पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) के मुखपत्र का संपादक निकला।
आरोपी राम कुमार के पिता राकेश कुमार ने कहा कि कथित घटना के समय उनका बेटा एक स्थानीय दूध संयंत्र में ड्यूटी पर था, जहां वह काम करता था। उन्होंने कहा, "आप दूध संयंत्र में उसकी उपस्थिति की पुष्टि करने के लिए सीसीटीवी फुटेज और उपस्थिति रजिस्टर भी देख सकते हैं।"
हाथरस में कथित सामूहिक बलात्कार के बाद पीड़िता की मौत के मामले को लेकर कांग्रेस, सपा और आप समेत पूरा विपक्ष सरकार पर लगातार हमले कर रहा है।
हाथरस केस की जांच कर रही एसआईटी आज अपनी रिपोर्ट सरकार को नहीं सौंपेगी। एसआईटी को जांच के लिए 10 दिन का और वक्त दिया गया है।
बसपा अध्यक्ष के करीबी सूत्रों का दावा है कि मायावती को धूल से एलर्जी है, इसलिए वह ग्रामीण इलाकों में नहीं जाती हैं। सक्रिय राजनीति करने वालों के आगे ऐसा कारण हालांकि टिकता नहीं है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि कथित रूप से हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई पीड़िता का अंतिम संस्कार रात में इसलिए किया गया क्योंकि ऐसी खुफिया सूचनाएं मिली थीं कि युवती और आरोपी दोनों के समुदायों के लाखों लोग राजनीतिक कार्यकर्ताओं के साथ उसके गांव में इकट्ठा होंगे।
हाथरस मामले में यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा पेश किया और कहा कि पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो, वहीं DM द्वारा आधी रात में शव को जलाए जाने पर यूपी सरकार की तरफ़ से कहा गया है कि असाधारण परिस्थितियों और ग़ैर क़ानूनी घटनाओं के चलते ज़िला प्रशासन को ये फ़ैसला लेना पड़ा।
DM द्वारा आधी रात में शव को जलाए जाने पर यूपी सरकार की तरफ़ से कहा गया है कि असाधारण परिस्थितियों और ग़ैर क़ानूनी घटनाओं के चलते ज़िला प्रशासन को ये फ़ैसला लेना पड़ा।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को कहा विपक्ष पर जातीय और सांप्रदायिक दंगा भड़काने की साजिश का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आरोप सही है या फिर चुनावी चाल, यह तो वक्त ही बताएगा
पूछताछ करने पर पता चला कि इनका संबंध पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) एवं उसके सहसंगठन कैम्पस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई) से है ।
दिलेर ने कहा कि वह किसी से मुलाकात करने नहीं गये थे। उन्हें किसी विवाद में अनावश्यक न घसीटा जाए। इस सवाल पर कि वह जेल में हाथरस मामले के आरोपियों से मिलने गये थे और जेलर ने मुलाकात कराने से मना कर दिया, सांसद ने कहा कि यह बात बिल्कुल गलत है।
हैरानी की बात यह है कि केवल 5 दिन पहले ही कुलदीप कुमार ने अपने कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की सूचना सार्वजनिक की थी। 29 सितंबर को उन्होंने अपने मित्र एवं सहयोगियों को बताया था कि वह कोरोना जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
पहली बार हाथरस के पुलिस अफसरों ने उस सवाल का जवाब दिया है जिसका जवाब पूरा देश जानना चाहता है। हाथरस केस में पुलिस अधिकारी ने बड़ा खुलासा करते हुए इंडिया टीवी को बताया की पीड़िता का अंतिम संस्कार डीएम के आदेश पर हुआ।
उत्तर प्रदेश सरकार की जांच एजेंसियों का दावा है कि हाथरस केस के बहाने राज्य में जातीय दंगे कराने की बड़ी साजिश रची गई थी।
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