क्या जोशीमठ की आपदा मानव निर्मित है? ये सवाल इसलिए अहम है क्योंकि बार-बार चेतावनी के बावजूद प्रशासन ने कोई पहल नहीं की. साल 1976 में ही जोशीमठ को लेकर सरकार को MC Mishra ने चेतावनी दी थी.
Uttarakhand के जोशीमठ में लगातार हालात बिगड़ते चले जा रहे हैं। प्रशासन पहले ही प्रभावित मकानों वाले इलाक़े को डेंजर जोन घोषित कर चुका है। अब दरकते भवनों को जमींदोज करने का काम शुरु हो रहा है।
जोशीमठ के लोगों का दर्द है कि खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। घरों और सड़कों पर पड़ी दरारें की चौड़ाई लगातार बढ़ रही है। डेंजर जोन से लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है।
जोशीमठ में जमीन धंसने के चलते असुरक्षित हो चुके भवनों को गिराने का अभियान आज मंगलवार से शुरू किया जा रहा है। आज जोशीमठ के दो होटल्स 'होटल मलारी' और 'माउंट व्यू' को हटाया जाएगा।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रभावित लोगों के स्थायी पुनर्वास के लिए पीपलकोटी, गौचर और अन्य स्थानों पर वैकल्पिक जगहों की पहचान की जानी चाहिए।
उत्तराखंड के जोशीमठ में ज़मीन फट रही है... सड़क, मकान, होटल सब जगह दरारें पड़ गई हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी हालात पर खुद नज़र बनाए हुए हैं। आज शाम को सीएम जोशीमठ के ताजा हालात पर हाई लेवल मीटिंग करने जा रहे हैं। #joshimathlandslide #superfast200 #top200
जोशीमठ की आबादी 25 से 30 हजार के करीब है। पहाड़ों पर कड़ाके की ठंड पड़ रही है लेकिन लोग घरों से बाहर रहने को मजबूर हैं क्योंकि उनका घर फट रहा है। तकरीबन 3000 से ज्यादा जिंदगी इस वक्त खतरे में हैं।
जोशीमठ में घरों के अंदर दीवारों पर बड़े बड़े क्रैक आ गए हैं, रास्ते टूट गए हैं। इन्हीं रास्तों के बीच से नाले निकल रहे हैं। उन जगहों से पानी निकल रहा है जहां वर्षों से लोगों ने पानी नहीं देखा था। शहर के 500 से ज्यादा घर जमीन धंसने की वजह से प्रभावित हो गए हैं।
ओखला लैंडफिल साइट पर पहुंचे दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि पिछली सरकार थी उसके पास राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी थी जिसके चलते कूड़े के पहाड़ को हटाया नहीं जा सका।
जोशीमठ में 500 घरों में दरारें पड़ गई हैं, लोग डरे हुए हैं। हाल ये है कि 10 से ज्यादा लोग अपने घर छोड़कर दूसरी जगह शिफ्ट हो गए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए अब राज्य सरकार ने शहर को भू-धंसाव से बचाने के इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं।
Malaysia Landslide: अधिकारियों ने बताया कि कुआलालम्पुर से करीब 50 किलोमीटर दूर मध्य सेलांगोर के बतांग काली में एक ‘कैंपसाइट’ पर भूस्खलन हुआ, जहां 94 लोग मौजूद थे।
बताया जाता है कि कुआलालंपुर के बाहरी इलाके में एक पर्यटक शिविर स्थल (कैंपसाइट) में यह हादसा हुआ। 21 लोगों की मौत हो गई जबकि 12 अन्य लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
Greno Authority's bulldozers run in Haibatpur: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का बुल्डोजर शुक्रवार को हैबतपुर में जमकर गरजा। इस दौरान कोलोनाइजर द्वारा की गई अवैध प्लॉटिंग और उस पर किए गए निर्माणों को ध्वस्त कर दिया गया। यहां सभी तरह के अतिक्रमण पर यह बुलडोजर चलाया गया। इससे पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई।
18 killed in Landslide in Malaysia: मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर के बाहरी इलाके में एक पर्यटक शिविर स्थल क्षेत्र में बृहस्पतिवार देर रात हुए भूस्खलन में 18 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि 15 अन्य लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में शनिवार को हुए भूस्खलन में चार लोगों की जान चली गई। वहीं इस घटना में 6 लोगों के घायल होने की खबर है।
IMD Weather Update: देश में दिवाली के मौके पर भी कई रात्य ऐसे हैं जहां बारिश का दौर बना हुआ है। महाराष्ट्र के कई इलाकों में बारिश का कहर जारी है। कोल्हापुर में बारिश की वजह से कई घरों में पानी घुस गया है। वहीं उत्तराखंड में लैेंडस्लाइड की खबर है।
सूडान के इस इलाके में कर्फ्यू लगा हुआ है और पूरा एरिया छावनी में तब्दील हो चुका है, इसके बावजूद गोलीबारी थम नहीं रही है।
Landslide In Venezuela: अधिकारियों ने बताया कि लास तेजेरियास में भूस्खलन के कारण 300 से अधिक मकान, 15 कारोबारी प्रतिष्ठान और एक स्कूल तबाह हो गया।
Landslide In Venezuela: वेनेजुएला में पिछले एक सप्ताह से जारी बारिश के कारण देश के 23 राज्यों में से 11 में बाढ़ आ गई है।
Land For Job Case: साल 2004 से 2009 के बीच कई लोगों को अलग-अलग जोन में रेलवे में ग्रुप डी के पद पर लाया गया जिन्हें बाद में अज्ञात इंडियन रेलवे के अधिकारियों ने रेगुलर कर दिया।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़