कुल मिलाकर, लगभग 3 लाख टेक कर्मचारियों ने अब 2022 में और इस साल फरवरी तक नौकरी खो दी है।
Google India Layoffs: गूगल इंडिया ने कथित तौर पर विभिन्न विभागों में 453 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। बता दें, कल गूगल की ही पैरेंट कंपनी यूट्यूब ने नील मोहन को प्रमोट कर सीईओ बनाया था।
2023 में पेशेवरों के बीच अपस्किल के इरादे में वृद्धि की उम्मीद है कि प्रौद्योगिकी और व्यावसायिक प्रथाएं कितनी तेजी से विकसित हो रही हैं।
ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी ने पुष्टि की कि कंपनी 380 कर्मचारियों की छंटनी कर रही है क्योंकि फूड डिलीवरी ग्रोथ धीमी है।
गूगल में 12000 लोगों की नौकरी गई है, लेकिन जो बच भी गए हैं उनके लिए अब दफ्तर में मिलने वाली सुविधाएं कम की गई हैं। कंपनी ने 31 मसाज थेरेपिस्ट को निकाल दिया है। ऐसे में गूगल कर्मचरियों को अब मसाज सुविधा नहीं मिलेगी।
देश और दुनिया में लगातार अलग-अलग कंपनियां इस तरह से छंटनी को अंजाम दे रही हैं। कुछ इसे कंपनी के नुकसान के चलते आर्थिक स्थिति भविष्य के लिए ना बिगड़े इसे देखते हुए उठाया गया कदम बता रही हैं तो कुछ प्रॉफिट में होने के बावजूद कर्मचारियों के परफॉर्मेंस का हवाला देते हुए बाहर का रास्ता दिखा दे रही हैं।
गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट दुनिया भर में 12 हजार एंप्लॉयीज की छंटनी कर रही है जो इसके कुल वर्कफोर्स का करीब 6 फीसदी है। वहीं मेटा, अमेजन जैसी अन्य कंपनियां भी छंटनी कर रही हैं। इससे वहां बसे भारतीयों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
एक के बाद एक आईटी कंपनियां अपने यहां से कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही हैं। इसी कड़ी में विप्रो ने धमकी भरा मेल भेज कर फ्रेशर्स को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। जानिए मेल में क्या कहा गया है?
देश में बीते साल भर से स्टार्टअप में कर्मचारियों की नौकरी जा रही है। अब इसमें गोमैकेनिक का नाम भी जुड़ गया हैै। कंपनी ने एक झटके में अपने 70 प्रतिशत कर्मचारियों को निकाल दिया है। वहीं जिनकी नौकरी बच गई है उन्हें भी 3 महीने वेतन नहीं मिलेगा।
दुनिया की बहुत सी बड़ी कंपनियों ने मंदी के खतरे की आशंका के चलते मोटे स्केल पर छंटनी की है। ऐसे में दिग्गज कंपनी अमेजन ने महीने की शुरुआत में 18000 एम्पलॉइज की छंटनी का ऐलान किया था, जो शुरू हो चुकी है।
सूत्रों के अनुसार अनिश्चित आर्थिक परिस्थितियों के कारण दुनिया भर में 18,000 से अधिक पदों को समाप्त कर रही है। कंपनी के वैश्विक स्तर पर 18,000 नौकरियों को खत्म करने के निर्णय से देश के लगभग 1,000 कर्मचारी प्रभावित होंगे।
एक बार फिर एक फिनटेक कंपनी ने अपने यहां से सैकड़ों की संख्या में लोगों को नौकरी से निकाला है। कई कंपनियां ऐसा करने की तैयारी भी कर रही हैं।
Google के निवेशकों ने सुंदर पिचई से कहा है कि Google में जरूरत से बहुत अधिक कर्मचारी हैं और सैलरी अधिक होने के कारण प्रति कर्मचारी लागत बहुत अधिक है।
दुनिया भर में जब भी मोटा पैकेज पर नौकरी पाने की बात होती है तब उस लिस्ट में IT इंडस्ट्री का नाम सबसे पहले लिया जाता है। आज के समय में ये इंडस्ट्री बुरे दौर से गुजर रही है। Facebook, Twitter, Microsoft, Snapchat के बाद अब Amazon ने भी अपने यहां काम करने वाले कर्मचारियों को निकाल दिया है।
Amazon layoffs: दुनिया में मंदी की आहट ने अब असर करना शुरु कर दिया है। फेसबुक, ट्विटर और स्नेपचैट जैसी बड़ी कंपनियों के द्वारा छंटनी करने के बाद अब दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने भी अपने यहां काम कर रहे लोगों को नौकरी से निकाल दिया है।
ट्विटर में आजकल जो हो रहा है वह किसी फिल्मी कहानी जैसा लगता है। मस्क की मनमानी हावी है, कर्मचारियों को थोक के भाव निकाला जा रहा है। कंपनी का दफ्तर बंद हो गया है।
ऑनलाइन कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो (Meesho) ने अपने 300 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। ऐसा करने के पीछे की बड़ी वजह कंपनी द्वारा अपने स्टोर को बंद करना है।
Xiaomi Layoff: चीनी स्मार्टफोन दिग्गज शाओमी (Xiaomi) ने मौजूदा आर्थिक मंदी के बीच 900 से अधिक लोगों को नौकरी से निकाल दिया है।
दुनिया भर में कम से कम आधी कंपनियां (Companies) आर्थिक मंदी के बीच कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रही हैं। हाल ही में जारी हुए एक रिपोर्ट से पता चला है
सॉफ्टवेयर सर्विस प्रोवाइडर कंपनी फॉरआई ने अप्रेजल टाइम पर ही अपने 250 कर्मचारियों की छुट्टी कर दी। अप्रेजल टाइम का इंतजार हर कर्मचारियों को होती है।
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