राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि विविधता में एकता इस देश की सदियों पुरानी विशेषता है। हिंदुत्व का विचार ही दुनिया में ऐसा विचार है जो सभी को साथ लेने में विश्वास करता है।
राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में जारी भारत जोड़ो यात्रा के असर से संघ के प्रमुख मोहन भागवत को मदरसा और मस्जिद जाने पर मजबूर होना पड़ा है।
RSS Chief Mohan Bhagwat : उन्होंने कहा कि एक भूभाग में जनसंख्या में संतुलन बिगड़ने का परिणाम है कि इंडोनेशिया से ईस्ट तिमोर, सुडान से दक्षिण सुडान व सर्बिया से कोसोवा नाम से नये देश बन गये।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत 16 से 18 अक्टूबर तक उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में संगठन के राष्ट्रीय कार्यकारी बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। दो साल में यह तीसरी बार होगा जब संघ प्रमुख प्रयागराज आएंगे।
Uttar Pradesh: समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ शफीक उर रहमान बर्क ने शुक्रवार को कहा कि इमाम संघ के प्रमुख उमर अहमद इलियासी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत को डर की वजह से या खौफजदा होकर 'राष्ट्रपिता' बोला है।
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को दिल्ली की एक मस्जिद और मदरसे का दौरा किया था और ऑल इडिया इमाम संगठन के प्रमुख के साथ चर्चा की। इमाम संगठन के प्रमुख ने दोनों की मुलाकात के बाद भागवत को ‘राष्ट्रपिता’ कहा था।
ऐसा लग रहा है कि देश के लगातार बदल रहे माहौल के बीच संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मुस्लिम समुदाय के साथ बातचीत, संपर्क और संवाद की जिम्मेदारी स्वयं संभाल ली है। यह सवाल उठाए जाने लगे हैं कि क्या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बदल रहा है?
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) नें गुरुवार को दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित मस्जिद पहुंचने के बाद सुबह 10 बजे पुरानी दिल्ली स्थित मदरसा ताज्वीदुल कुरान पहुंचे और मदरसों के बच्चों से मुलाकात की और उनका हालचाल जानने के साथ ही एक नसीहत भी दी।
Mohan Bhagwat: मुलाकात को लेकर RSS के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि ''आरएसएस सरसंघचालक जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों से मिलते हैं। यह एक सतत सामान्य संवाद प्रक्रिया का हिस्सा है।''
Mohan Bhagwat: सरसंघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि विकास के लिए भारत को किसी दूसरे देश का अनुसरण करने की बजाए भारत बनकर ही रहना होगा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने बुधवार को कहा कि देश के लोगों को अपना ‘‘स्व’’ समझने की जरूरत है, क्योंकि पूरी दुनिया ज्ञान के लिए भारत की ओर देख रही है।
Maharashtra News: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संघ के प्रमुख मोहन भागवत के साथ मुलाकात की। सीएम और डिप्टी सीएम की ये मुलाकात तकरीबन पौने घन्टे तक चली।
Mohan Bhagwat News: भागवत ने कहा कि अगर भाषा अलग है तो विवाद है, अगर आपका धर्म अलग है तो विवाद है। आपका देश दूसरा है तो भी विवाद है। पर्यावरण और विकास के बीच तो हमेशा से ही विवाद रहा है।
RSS News: 2025 में संघ कार्य को शुरू हुए 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं और संघ के शताब्दी वर्ष की व्यापक विस्तार योजना बनी है।
अगर बातचीत से मामला नहीं सुलझा तो दोनों पक्षों को अदालत के फैसले को स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर बार विवाद पैदा करना उचित नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आरएसएस अब कोई मंदिर आंदोलन नहीं करेगा।
आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने बांग्लादेश में हिन्दू मंदिर में कथित तोड़फोड़ की निंदा करते हुए भारत से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की और कहा कि शेख हसीना सरकार वहां अल्पसंख्यक हिन्दुओं की सुरक्षा करने में पूरी तरह से विफल रही है।
पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने कहा है कि पुलिस को हाल ही में सूचना मिली थी कि कुछ महीने पहले कुछ महत्वपूर्ण स्थानों की रेकी की गई है। उन्होंने कहा कि गुरुवार को UAPA के तहत केस दर्ज किया गया है और क्राइम ब्रांच मामले की जांच कर रही है।
इस दौरान मोहन भागवत ने कहा, ‘सरकार हमारे स्वयंसेवकों को किसी भी प्रकार का आश्वासन नहीं देती है। लोग हमसे पूछते हैं कि हमें सरकार से क्या मिलता है।'
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने हिन्दू, हिंदुत्व और हिंदुस्तान के बीच के सम्बन्ध की व्याख्या की। उन्होंने अपने बयान में कहा कि हिन्दू के बिना भारत नहीं है और भारत के बिना हिन्दू नहीं हैं।
मोहन भागवत ने कहा, इतिहास गवाह है कि जब भी हिंदू ‘भाव’ (पहचान) को भूले, देश के सामने संकट खड़ा हो गया और वह टूट गया लेकिन अब (हिंदू का) पुनरूत्थान हो रहा है तथा भारत की प्रतिष्ठा वैश्विक रूप से बढ़ रही है।
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