यूक्रेन युद्ध पर संयुक्त राष्ट्र ने रूस के खिलाफ सनसनीखेज रिपोर्ट जारी की है। यूएन के अनुसार रूसी सेना ने यूक्रेन में महिलाओं के साथ बलात्कार और कैदियों के साथ यातना जैसे युद्ध अपराधों को अंजाम दिया है। इतना ही नहीं, यूक्रेनी बच्चों को जबरन रूसी क्षेत्र में स्थानांतरिक कर दिए जाने का भी आरोप है।
रूसी सेना के कब्जे वाले यूक्रेनी इलाकों में अब पुतिन अपने देश का पासपोर्ट लागू करवा रहे हैं। यूक्रेन का आरोप है कि उनके लोगों को रूसी सेना जबरन रूस का पासपोर्ट बनवाने को मजबूर कर रही है। रूसी सेना ने अपने कब्जे वाले सभी यूक्रेनी इलाकों में यह दबाव बनाना शुरू किया है।
रूस में आज प्रेसिडेंट पद के लिए मतदान है। पुतिन 5वीं बार राष्ट्रपति बन सकते हैं। उनके विरोधियों की हालत दयनीय है। 15 मार्च से शुरू हुई इलेक्शन की प्रक्रिया तीन दिन चलेगी।
रक्षा सचिव ग्रांट शाप्स अधिकारियों और पत्रकारों को ले जा रहे रॉयल एयर फोर्स जेट ने पोलैंड से यूके के लिए उड़ान भरी थी। हालांकि, रूसी क्षेत्र के पास अस्थायी रूप से हवाई जहाज का जीपीएस जाम होने का अनुभव हुआ।
यूक्रेन के बाद ऑस्ट्रिया भी रूस से भिड़ गया है। ऑस्ट्रिया ने रूस के दो राजनयिकों को देश से निष्कासित करके पुतिन के सामने कड़ी चुनौती पेश कर दी है। ऑस्ट्रिया ने इन राजनयिकों पर जासूसी का आरोप लगाया है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर परमाणु हथियारों के उपयोग की चेतावनी दी है। पुतिन ने कहा कि रूस पर जरा भी खतरा हुआ, तो परमाणु हथियार का इस्तेमाल करने से पीछे नहीं हटेंगे।
रूस और यूक्रेन में जंग दो साल से जारी है। इसी बीच रूसी रक्षा मंत्रालय ने बड़ा दावा किया है। रूस ने कहा है कि उसने यूक्रेनी हमले को नाकाम कर दिया है। साथ ही 234 यूक्रेनी लड़ाकों को मार गिराया है।
रूस में विमान हादसे की खबर है। इस विमान में 15 लोग सवार थे। दुर्घटना के वक्त विमान के एक इंजन में आग लग गई। इंजन में आग के कारण यह हादसा हुआ।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयातक देश बन गया है। SIPRI की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। इसके अनुसार पिछले 5 साल में भारत विश्व का सबसे बड़ा हथियार आयातक देश बन गया। जानिए सबसे ज्यादा हथियार भारत ने किससे खरीदे?
अमेरिकी मीडिया के अनुसार, रूस द्वारा यूक्रेन पर परमाणु हमले की तैयारी की जा रही थी। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य लोगों के आउटरीच और सार्वजनिक बयानों से परमाणु संकट को टालने में मदद मिली थी।
हाल में कुछ युवक रूस जाकर फंस गए और जबरन उन्हें रूस-यूक्रेन युद्ध में धकेल दिया गया। आइए जानते हैं कि कैसे एजेंट्स युवकों को अपने झांसे में लेते हैं और उन्हें फंसा देते हैं।
ये तस्कर रूस-यूक्रेन में लोगों को भेजकर वहां सेना में लड़ाई के मोर्चे पर तैनात कराते थे। यहां भारतीय युवकों को उनकी इच्छा के विरुद्ध तैनात किया गया था। इसके साथ ही युद्ध के दौरान कई लोग घायल भी हुए।
पंजाब के कुछ युवाओं के रसियन आर्मी ने जबरन सेना में भर्ती कर लिया है। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है। वहीं, युवकों के परिजनों ने उनके सकुशल वापसी के लिए सरकार से गुहार लगाई है।
बेटे की यूक्रेन बॉर्डर पर तैनाती के बाद परिवार टेंशन में है। परिजनों ने एंबेसी में शिकायत दी है। लेकिन उसे भारत लाने की कोशिश आगे नहीं बढ़ पाई है।
रूस और यूक्रेन में दो साल से जंग चल रही है। इसी बीच यूक्रेन ने बड़ा दावा किया है। यूक्रेन ने कहा है कि हमने जंग में अहमियत रखने वाले रूसी जहाज को काला सागर में डुबो दिया है।
रूस और भारत की दोस्ती ठोस और पारंपरिक है। कई मौकों और मंचों पर दोनों देश एकदूसरे की तारीफ करते हैं। भारत ने कई मंचों पर रूस को अपना पारंपरिक मित्र बताया है। वहीं रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने भी पीएम मोदी की तारीफ कई बार की है। ताजा मामले में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भारतीय समकक्ष जयशंकर की तारीफ की है।
रूसी सेना ने यूक्रेन के ओडेसा शहर पर भीषण ड्रोन हमला किया है। यह हमला एक बहुमंजली इमारत को निशाना बनाकर किया गया है। यूक्रेन के दावे के अनुसार इस हमले में 3 वर्ष के एक बच्चे समेत 3 लोगों की मौत हुई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का आरोप है कि रूसी सेना नागरिकों से युद्ध कर रही है।
व्लादिमीर पुतिन के सबसे बड़े आलोचकों में से एक एलेक्स नवेलनी की बीते दिनों जेल में मौत हो गई थी। ऐसें मॉस्कों में शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान भारी संख्या में लोग वहां पहुंचे और उन्होंने व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ नारेबाजी की।
रूस में राष्ट्रपति पुतिन के धुर विरोधी एलेक्सी नवलनी अपनी अंतिम यात्रा पर शुक्रवार को रवाना हो गए। दुनिया से अलविदा करते लोगों की आंखों में आंसू आ गए। इस दौरान लोगों के हाथों में मोमबत्तियां, गुलदस्ते, पैम्फलेट और बैनर था। साथ ही उनमें सरकार के प्रति अक्रोश भी। लोगों ने कहा नवलनी तुम डरे नहीं, हम लोग भी नहीं डर रहे।
एक शख्स अपनी ऑनलाइन गर्लफ्रेंड से मिलने के लिए रूस पहुंच गया। शख्स अपनी प्रेमिका से मिलने ट्रेन या प्लेन से नहीं बल्कि कार से पहुंचा था। 1100 किलोमीटर तक शख्स कार चलाकर जब रूस की सीमा पर पहुंचा तो उसे बॉर्डर पर तैनात सेना ने रोक दिया।
संपादक की पसंद