राष्ट्रपति पुतिन ने पश्चिमी देशों के कई ठिकानों पर परमाणु हमला करने के चेतावनी देकर दुनिया भर में खलबली मचा दी है। पुतिन की यह चेतावनी पश्चिमी देशों की ओर से यूक्रेन में नाटों की ओर से सैनिक भेजे जाने के ऐलान के बाद आई है। पुतिन ने कहाकि यूरोप और पश्चिम ने यदि ऐसी गलती की तो परमाणु युद्ध हो सकता है।
यूक्रेन से युद्ध के 2 वर्ष पूरे होने के बाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने देशवासियों को संबोधित किया। उनका यह संबोधन ऐसे वक्त में हुआ जब आगामी माह रूस में राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहा है। पुतिन रूस के कानून का सम्मान करते हुए निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर राष्ट्रपति चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
रूस और यूक्रेन में जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। दो साल पूरे होने पर भी यह जंग जारी है। इसी बीच यूक्रेन में सैन्य टुकड़ी भेजने के बारे में नाटो प्रमुख ने बड़ा बयान दिया है। जानिए उन्होंने क्या कहा?
Russia Ukraine War को दो साल पूरे हो चुके हैं। इन दो सालों में दोनों देशों को बेहद नुकसान हुआ। लाखों जानें भी गईं। जंग का तीसरा साल कितना घातक हो सकता है, चलिए जानते हैं। India TV Explained
रूस और यूक्रेन जंग को दो साल हो गए, लेकिन यूएन सुलझाने में बुरी तरह नाकाम रहा है। यूएन सुरक्षा परिषद की इस नाकामी पर भारत ने सवाल उठाए हैं। भारत ने पूछा है कि यूएन जंग रोकने में पूरी तरह निष्प्रभावी क्यों रहा?
रूस और यूक्रेन के बीच 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद लगभग 3 लाख रूसी और 20 हजार यूक्रेनी श्रीलंका पहुंचे हैं।
21 फरवरी को यूक्रेनी हवाई हमले में रूसी सेना द्वारा सुरक्षा सहायक के रूप में नियुक्त किया गया गुजरात का 23 वर्षीय व्यक्ति मारा गया।
रूस और यूक्रेन जंग के दो साल पूरे हो गए। इस बीच रूस पर लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंधों के बाद रूस ने जवाब में नया बयान दिया है। जानिए रूस ने इन पाबंदियों पर क्या कहा?
रूस और यूक्रेन की जंग को आज 24 फरवरी को दो साल पूरे हो गए। इस दौरान जंग में कई उतार चढ़ाव आए। जहां रूस ने पहले साल आक्रामकता के साथ यूक्रेन के शहरों को ध्वस्त किया। वहीं दूसरे साल में यूक्रेन को पश्चिमी देशों का साथ मिल गया। सैन्य और आर्थिक मदद मिलने पर यूक्रेन ने जोरदार पलटवार किया।
सोशल मीडिया पर एक लड़की का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह बिना किसी सहारे और सेफ्टी के एक बहुमंजिला इमारत से एक लड़के का हाथ पकड़ कर नीचे लटक रही है।
रूस और यूक्रेन में जंग को आज दो साल पूरे हो गए, इसके बावजूद दोनों देशों में जंग खत्म नहीं हुई है। बल्कि अब तो यूक्रेन भी रूस पर लगता है कि हावी होने लगा है। एक बार फिर यूक्रेन ने बड़ा दावा किया है कि उसने एक और रूसी विमान को मार गिराया है।
भारत ने हमेशा ही रूस-यूक्रेन युद्ध में हो रही आम लोगों की हत्याओं की निंदा की है। इसी बीच यूक्रेन ने कहा है कि इस जंग को रोकने में भारत अहम भूमिका निभा सकता है। जानिए यूक्रेन की उपविदेश मंत्री ने ऐसा क्यों कहा?
जर्मनी से इलाज कराकर लौटने के बाद से नवलनी को गिरफ्तार कर लिया गया था और उन्हें पोलर वुल्फ जेल में कैद कर दिया गया। इस जेल को रूस की सबसे खतरनाक जेलों में से एक है।
भारत के 12 युवकों को रूस में नौकरी दिलाने के नाम पर एजेंटों द्वारा धोखा देने का मामला सामने आया है। उन्हें कथित तौर पर यूक्रेन के साथ सीमा पर युद्ध क्षेत्र में भेज दिया गया।
फिनलैंड स्थित रिसर्च सेंटर ‘सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर’ने एक रिपोर्ट में कहा है कि भारत रूस से आयातित कच्चे तेल को रिफाइन कर जी-7 के देशों और यूरोपीय संघ और ऑस्ट्रेलिया को एक्सपोर्ट कर रहा है।
मुख्य समस्या यह है कि यूक्रेन को समर्थन देने की महज बयानबाजी न केवल निरर्थक है, बल्कि प्रतिकूल भी है। वे आवश्यक क्षमताएं प्रदान किए बिना युद्ध के जीतने योग्य होने की मृगतृष्णा को कायम रखते हैं। जैसा कि यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की ने 17 फरवरी को म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में भी कहा था।
रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की मां ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अपील की है कि उनके बेटे का शव उन्हें सौंप दिए जाए। वह उसे सम्मान के साथ दफनाना चाहती हैं।
किम की बहन ने पुतिन को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह गिफ्ट दोनों शीर्ष नेताओं के बीच व्यक्तिगत संबंधों को दर्शाता है। आधिकारिक केसीएनए समाचार एजेंसी ने कहा कि रूसी निर्मित कार 18 फरवरी को किम के शीर्ष सहयोगियों को सौंपी गई थी।
रूस के राष्ट्रपत व्लादिमीर पुतिन केवल जंग के कारण नहीं, बल्कि अपनी आशिकी के कारण इन दिनों चर्चा में है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि उनके किस्से जिस महिला के साथ चल रहे हैं वो उनसे 32 साल छोटी हैं।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन के प्रखर प्रतिद्वंदी नेता एलेक्सी नवलनी की पुलिस हिरासत में रहने के दौरान जेल में मौत हो जाने से बवाल मच गया है। नवलनी को रूस के तमाम शहरों में श्रद्धांजलि देने सड़कों पर उतरे लोगों ने उनकी हत्या किए जाने का आरोप लगाया और पुतिन के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इसके बाद 400 लोग हिरासत में लिए।
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