रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने बाइडेन के उस बयान को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने रूसी सेना द्वारा नाटों देशों पर हमले की योजना बनाने का दावा किया था। पुतिन ने कहा कि बाइडेन का यह बयान पूरी तरह बकवास है और इसमें कोई दम नहीं है।
पुतिन ने तीसरी बार रूस का राष्ट्रपति बनने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। समर्थकों का एक बहुत बड़ा वर्ग उनके पीछे खड़ा है। रूस के चुनाव कानून के मुताबिक वह लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति नहीं बन सकते। मगर इसके लिए उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का रास्ता खोज निकाला है। समर्थकों ने पुतिन की निर्दलीय उम्मीदवारी का ऐलान कर दिया।
रूस के सबसे बड़े प्रतिद्वंदी और दुश्मन नवलनी को मास्को जेल से कहीं अज्ञात जगह पर ले जाने का दावा किया जा रहा है। इस खबर के बाद से ही क्रेमलिन से लेकर कर दुनिया के कई देशों में हड़कंप मचा है। बता दें कि पुतिन के इस दुश्मन को वर्ष 2021 में जहर देकर मारने का प्रयास भी किया गया था। मगर तब वह बच गया था।
युद्ध के भवंरजाल में बुरी तरह फंस चुके यूक्रेन का खेल अब खत्म होने वाला है। 22 महीने की जंग के बाद यूक्रेन के पास अब हथियार और गोला-बारूद की भारी कमी हो गई है। यूरोपीय संघ और अमेरिका ने उसे अब आगे मदद देने में असमर्थता जाहिर कर दी है। ऐसे में पुतिन की सेना अब यूक्रेन को जल्द अपने चंगुल में ले सकती है।
भारत को सस्ता तेल बेच रहे रूस ने भारत को एक और बड़ा ऑफर दिया है। रूस ने भारतीय कंपनियों को रूसी कंपनियों द्वारा छोड़े गए कारोबार को टेकओवर करने का ऑफर दिया है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने यूक्रेन से जंग के 22 महीने बीत जाने पर कहा है कि कीव में तब तक शांति नहीं कायम होगी, जब तक मास्को अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर लेता। पुतिन ने कहा कि यूक्रेन को नाटो में शामिल नहीं होना चाहिए और उसे तटस्थ रहना चाहिए। अगर वह ऐसा नहीं करता तो यूक्रेन में शांति नहीं आएगी।
यूरोपीय और नाटो देशों से मदद नहीं मिलने से यूक्रेन बेसहारा हो गया है। इस बीच रूस ने यूक्रेन पर हमलों को तेज कर दिया है। बुधवार की रात रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागी। इसमें 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं। दर्जनों इमारतें धराशाई हो गई हैं।
रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच सबसे बड़ी खबर ये है कि यूक्रेन के पास हथियारों का भंडार खत्म हो चुका है। ऐसे में अब उसके बाद जंग लड़ने के लिए हथियारों और गोला-बारूद की कमी होने लगी है। लिहाजा अब जेलेंस्की की टेंशन बढ़ गई है। वह हथियार मांगने फिर से अमेरिका के पास पहुंच गए हैं।
लंबे समय बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन की गर्लफ्रेंड सार्वजनिक तौर पर नजर आई हैं। पुतिन और एलीना के बीच साल 2008 से ही अफेयर की खबरें हैं।
गाजा के हालातों पर इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चर्चा की। रूस शुरू से ही हमास का पक्षधर रहा है। वहीं इजराइल ने रूस के ऐसे रूख का विरोध किया है। इन सब हालातों के बीच दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने फोन पर चर्चा की है।
लगभग एक चौथाई सदी तक सत्ता में रहने के बाद और यूक्रेन युद्ध के काफी महंगा साबित होने के बावजूद पुतिन को अब भी व्यापक समर्थन प्राप्त है। स्वतंत्र सर्वेक्षणकर्ता लेवाडा सेंटर के अनुसार, लगभग 80 प्रतिशत आबादी पुतिन के प्रदर्शन से संतुष्ट है।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन के एक ऐलान से यूक्रेन से लेकर यूरोप और अमेरिका तक खलबली मच गई है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन की इस घोषणा ने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया है। दरअसल पुतिन ने 2024 में फिर से रूस के राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में अन्य देशों की नींद उड़ गई है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। जानिए उन्होंने राष्ट्रहित से जुड़ी किस बात पर पीएम मोदी हौसलों को ताकतवर बताया और उनकी प्रशंसा की।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन को हौसला बढ़ाने और उसे निरंतर सपोर्ट जारी रखने कि लिए अमेरिकी कांग्रेस से बड़ी अपील की है। उन्होंने कहा है कि यूक्रेन के लोगों के लिए और स्वतंत्रता के लिए साथ खड़े होइये। हम पुतिन को जीतने नहीं दे सकते। अगर हमने यूक्रेन की स्वतंत्रता का साथ नहीं दिया तो इतिहास हमारे साथ कठोर न्याय करेगा।
रूस में चुनाव की तारीख तय कर ली गई है। जानकारी के अनुसार मार्च के महीने में चुनाव होना है। इसके लिए तारीख तय की गई है। क्या पुतिन इस बार राष्ट्रपति चुनाव लड़ेंगे? वे पहली बार 1999 में राष्ट्रपति बने थे।
रूस भागकर आए पूर्व यूक्रेनी सांसद इलिया कीवा की रूस में हत्या कर दी गई है। इस हत्या से सनसनी फैल गई। उनका शव मॉस्को के पास पड़ा मिला। यूक्रेनी सेना के अधिकारी का कहना है कि 'पुतिन का समर्थन करने वालों का यही हश्र होगा'।
रूस से जंग के 22 महीने बीत जाने के बाद नाटों देशों का समर्थन यूक्रेन के लिए घटने लगा है। अब नाटो और यूरोपीय देश यूक्रेन को हथियारों और गोला-बारूद की आपूर्ति नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में यूक्रेन की हार का खतरा बहुत बढ़ गया है।
रूस ओपेक प्लस का हिस्सा है, जो तेल उत्पादक सदस्यों और अन्य देशों का एक समूह है। समूह ने कच्चे तेल की कीमतों को बढ़ाने की कोशिश के तहत उत्पादन का प्रबंधन किया है। पिछले सप्ताह समूह ने अगले वर्ष के लिए कुछ उत्पादन कटौती का विस्तार किया और उभरते हुए तेल आपूर्तिकर्ता ब्राजील को इसमें शामिल कर लिया।
नेपाली गोरखा सैनिकों की रूस में मौत हो रही है। इसके बावजूद उनके शव तक वापस नेपाल नहीं आए हैं। 6 गोरखा सैनिकों को हिंदू रीति रिवाजों से अंतिम संस्कार करने के विपरीत वहीं दफना दिया गया है। ज्यादातर सैनिक रूस की ओर से लड़ रहे हैं, तो कुछ यूक्रेन की सेना में भी हैं।
रूस के साइबेरिया में इस समय जबरदस्त ठंड पड़ रही है और कुछ इलाकों में तो तापमान गिरकर -58 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।
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