जेलेंस्की: यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन के उस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने यूक्रेन और यूरोप को चेतावनी दी थी कि अगर ये दोनों वार्ता में गंभीर नहीं हुए तो रूस अपनी ऐतिहासिक जमीनों को सैन्य बल से आजाद करवाएगा। जेलेंस्की ने बुधवार को अपने दैनिक संबोधन में रूस से आने वाले इन संकेतों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "आज हमने फिर मॉस्को से संकेत सुने कि वे अगले साल को युद्ध का साल बनाने की तैयारी कर रहे हैं। ये संकेत सिर्फ हमारे लिए नहीं हैं। हमारे साझेदारों को इन्हें देखना जरूरी है।
जेलेंस्की ने कहा-यूरोप-अमेरिका को देनी चाहिए प्रतिक्रिया
जेलेंस्की ने कहा कि रूस के इन बयानों को हमारे साझेदारों को सिर्फ देखना ही नहीं बल्कि प्रतिक्रिया भी देनी चाहिए। खासकर अमेरिका में, जहां अक्सर कहा जाता है कि रूस युद्ध खत्म करना चाहता है।"जेलेंस्की ने कहा कि रूसी संकेत इसके ठीक उलट हैं, जो उनकी सेना को आधिकारिक आदेशों के रूप में आ रहे हैं। इस रूसी मानसिकता को पहचानना और उसके अनुसार कार्य करना जरूरी है। जब रूस इस मानसिकता में होता है, तो वह कूटनीति को भी कमजोर करता है। कूटनीतिक भाषा और दस्तावेजों के विशिष्ट बिंदुओं पर दबाव बनाकर सिर्फ यूक्रेन और यूक्रेनियों को नष्ट करने की इच्छा छिपाता है, और हमारी जमीन की चोरी को वैध बनाने की कोशिश करता है।
रूस को नहीं देखा तो आएगी यूरोप के अन्य देशों की बारी
जेलेंस्की ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि रूस की इन प्रतिक्रियाओं को गंभीरता से नहीं लिया गया तो फिर यूरोप के अन्य देशों की भी बारी आएगी, जिन्हें रूस कभी अपने तथाकथित 'ऐतिहासिक क्षेत्र' कह सकता है।"उन्होंने इसे "रूसी पागलपन का इतिहास" बताते हुए उससे वास्तविक सुरक्षा की जरूरत पर जोर दिया और सभी साझेदारों के साथ काम जारी रखने की बात कही। जेलेंस्की ने कहा, "सुरक्षा उपायों की जरूरत है, वित्तीय उपायों की, रूसी संपत्तियों पर कार्रवाई सहित राजनीतिक उपायों की जरूरत है। सभी साझेदारों से साहस की अपेक्षा है कि सच्चाई देखने, स्वीकार करने और उसके अनुसार कार्य करने का।
पुतिन के बयान को जेलेंस्की ने अमेरिका के लिए बताया चेतावनी
जेलेंस्की ने यूक्रेन का समर्थन करने वाले सभी देशों का धन्यवाद किया। जेलेंस्की का यह बयान रूसी रक्षा मंत्रालय की बैठक के बाद आया, जहां पुतिन और मंत्री बेलौसोव ने 2026 में आक्रामक गति बनाए रखने की बात कही। जेलेंस्की ने इसे पश्चिम, खासकर अमेरिका के लिए चेतावनी बताया, जहां ट्रंप प्रशासन के साथ शांति वार्ता चल रही हैं। विश्लेषक इसे रूस की दृढ़ता के खिलाफ यूक्रेन की मजबूत स्थिति मान रहे हैं।
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