कीव: यूक्रेन ने अमेरिका को अब संशोधित शांति प्लान सौंपने की तैयारी कर रहा है। राष्ट्रपति व्लादिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन बुधवार को अमेरिकी वार्ताकारों को अपना नवीनतम शांति प्रस्ताव सौंपेगा। यह घोषणा उससे एक दिन पहले आई है जब वे रूस के साथ स्वीकार्य शर्तों पर युद्ध समाप्त करने के यूक्रेन के प्रयास का समर्थन करने वाले लगभग 30 देशों के नेताओं और अधिकारियों से तत्काल बातचीत करने वाले हैं। इसके साथ ही जेलेंस्की ने यूक्रेन के सुरक्षा की गारंटी पूरी होने पर राष्ट्रीय चुनाव कराने का भी ऐलान करने की बात कही है।
ट्रंप ने बनाया है जेलेंस्की पर समझौते और चुनाव का दबाव
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने जेलेंस्की पर रूस के साथ समझौते और यूक्रेन में चुनाव कराने का दबाव बनाया है। इन मांगों के बीच ज़ेलेंस्की ने कहा कि अगर सहयोगी देश युद्धकाल में सुरक्षित मतदान की गारंटी दे सकें और चुनाव कानून में बदलाव हो सके, तो उनका देश तीन महीने के अंदर चुनाव कराने को तैयार है। बता दें कि फरवरी 2022 में रूस के पूर्ण आक्रमण के बाद अब संघर्ष जल्द रोकने की वॉशिंगटन की मंशा से कीव के लिए मनोवैज्ञानिक दबाव बढ़ रहा है। ज़ेलेंस्की यूक्रेनी हितों की रक्षा और ट्रम्प को यह दिखाने के बीच संतुलन बनाए हुए हैं कि वह कुछ समझौते करने को तैयार हैं।
ट्रंप से भिन्न है जेलेंस्की के यूरोपीय सहयोगियों का मत
यूक्रेन के यूरोपीय सहयोगी ज़ेलेंस्की के उस प्रयास का समर्थन कर रहे हैं कि कोई भी समझौता निष्पक्ष हो और भविष्य में रूसी हमलों को रोके। फ्रांस सरकार ने कहा कि यूक्रेन के सहयोगी “विलिंग कोएलिशन” गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए वार्ता पर चर्चा करेंगे। ज़ेलेंस्की ने कहा कि इसमें उन देशों के नेता शामिल होंगे। उन्होंने मंगलवार देर रात कहा, “हमें बहुत जल्दी 30 सहयोगियों को एक साथ लाना है। यह आसान नहीं है, लेकिन हम करेंगे।” चुनाव कराने की उनकी खुली स्वीकृति ट्रम्प के उस बयान का जवाब थी, जिसमें उन्होंने यूक्रेन की लोकतंत्र व्यवस्था पर सवाल उठाया और कहा कि ज़ेलेंस्की युद्ध को बहाना बनाकर मतदाताओं के सामने नहीं आना चाहते। ये टिप्पणियाँ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बार-बार के बयानों से मिलती-जुलती हैं।
जेलेंस्की ने कहा चुनाव को हूं तैयार
ज़ेलेंस्की ने मंगलवार देर रात पत्रकारों से कहा कि वे चुनाव के लिए “तैयार” हैं, लेकिन इसके लिए अमेरिका और शायद यूरोप से यूक्रेन की सुरक्षा में मदद और गारंटी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर यह शर्त पूरी हुई तो 60 से 90 दिन में मतदान हो सकता है। उन्होंने कहा, “चुनाव कराने के लिए दो मुख्य मुद्दे हैं: सबसे पहले सुरक्षा-मिसाइल हमलों और बमबारी के बीच मतदान कैसे होगा; और दूसरा हमारे सैनिकों का मतदान कैसे होगा।” दूसरा मुद्दा है कानूनी ढांचा-ताकि चुनाव वैध माने जाएं।”पहले ज़ेलेंस्की ने कहा था कि रूस के आक्रमण के कारण लागू मार्शल लॉ के दौरान कानूनी रूप से चुनाव नहीं हो सकते। उन्होंने यह भी पूछा था कि जब रूस नागरिक इलाकों पर बमबारी कर रहा है और देश का करीब 20 प्रतिशत हिस्सा मॉस्को के कब्जे में है, तो मतदान कैसे संभव है।
जेलेंस्की तैयार करा रहे प्रस्ताव
अब ज़ेलेंस्की ने अपनी पार्टी के सांसदों से मार्शल लॉ के दौरान भी चुनाव की इजाजत देने वाले कानूनी प्रस्ताव तैयार करने को कहा है। यूक्रेन के लोग ज़ेलेंस्की के ज़्यादातर तर्कों से सहमत हैं और चुनाव की मांग नहीं कर रहे हैं। मौजूदा कानून के तहत ज़ेलेंस्की का शासन पूरी तरह वैध है। पुतिन बार-बार शिकायत करते रहे हैं कि 2019 में शुरू हुआ ज़ेलेंस्की का पांच साल का कार्यकाल खत्म हो चुका है, इसलिए वे शांति समझौते पर वैध रूप से हस्ताक्षर नहीं कर सकते। अमेरिका रूस से नजदीकी चाहता है। वहीं 5 दिसंबर को जारी नई अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में साफ कहा गया है कि ट्रम्प वॉशिंगटन-मॉस्को संबंध सुधारना और रूस के साथ “रणनीतिक स्थिरता फिर से स्थापित” करना चाहते हैं। दस्तावेज़ में यूरोपीय सहयोगियों को कमजोर भी बताया गया है। (एपी)