बैंक के इस फैसले से उन अकाउंट होल्डर को ज्यादा लाभ मिलेगा, जिन्हें अनजाने में या किसी वित्तीय मजबूरी के कारण अपने खाते में न्यूनतम राशि बनाए न रख पाने पर शुल्क चुकाना पड़ता था।
ICICI Bank ने इस फैसले में बदलाव, ग्राहकों को अधिक लचीलापन और सुविधा देने के उद्देश्य से किया है, जिससे ज्यादा लोग बैंकिंग सिस्टम से जुड़ सकें।
अगर कस्टमर नया खाता खोलने के बाद हर महीने औसत बैलेंस नहीं रख पाते हैं, तो उनसे बैंक पेनल्टी भी वसूलेगा। एचडीएफसी बैंक ने न्यूनतम औसत शेष राशि को लेकर यह कदम बैंकिंग सेवाओं की लागत और प्रतिस्पर्धी निजी बैंकों की नीतियों को ध्यान में रखते हुए उठाया है।
विश्वसनीयता, हाई लिक्विडिटी रेट, आसान पहुंच और जमा और निकासी पर कोई सीमा नहीं होने के कारण सेविंग अकाउंट सबसे पसंदीदा जमा विकल्पों में से एक है।
बैंकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि नाबालिगों के खाते, चाहे वे स्वतंत्र रूप से संचालित हों या अभिभावक के माध्यम से, उनसे अधिक निकासी न हो और ये हमेशा क्रेडिट बैलेंस में रहें।
रेपो रेट घटने के बाद सरकारी और प्राइवेट सेक्टर के बैंकों ने जमा पर ब्याज घटाया है। बैंकों ने एफडी के अलावे सेविंग अकाउंट पर भी ब्याज कम किया है।
पारिवारिक बचत खाता परिवार के सदस्यों को एक पारिवारिक आईडी के तहत कई खाते खोलने में सक्षम बनाता है और उन्हें विभिन्न लाभों का लाभ उठाने की अनुमति देता है।
Savings account transaction limit : बचत खाते में एक वित्त वर्ष में 10 लाख रुपये से अधिक कैश डिपॉजिट नहीं कर सकते। ऐसा होने पर बैंक आयकर विभाग को सूचित करते हैं।
सभी बैंकों के प्रमुखों को जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि बैंकों को निष्क्रिय/फ्रीज किए गए खातों की संख्या को कम करने और ऐसे खातों को सक्रिय करने की प्रक्रिया को आसान और परेशानी मुक्त बनाने के लिए तत्काल जरूरी कदम उठाने की सलाह दी जाती है।
एसबीआई के चेयरमैन सी एस शेट्टी ने पीएमजेडीवाई (प्रधानमंत्री जनधन योजना) खातों को सक्रिय स्थिति में बनाए रखने और ग्राहकों को निर्बाध रूप से लेन-देन करने में सक्षम बनाने के लिए फिर केवाईसी प्रक्रिया को लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
हर महीने के आखिर में, बैंक यह कैलकुलेट करता है कि क्या आपने जरूरी एवरेज मिनिमम मंथली बैलेंस को पूरा किया है। ऐसा नहीं करने पर आपको बैंक को चार्ज या जुर्माना देना पड़ सकता है।
सेविंग अकाउंट आपके पैसे जमा करने के लिए एक सुरक्षित जगह प्रदान करते हैं और मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक आधार पर ब्याज देते हैं। सेविंग अकाउंट भी कई तरह के होते हैं, जो हर तरह के लोगों के लिए उपलब्ध हैं।
वित्त वर्ष (1 अप्रैल से 31 मार्च तक) के दौरान किसी व्यक्ति के बचत खातों में 10 लाख रुपये से अधिक की नकद जमा राशि की सूचना आयकर विभाग को दी जाती है।
बैंक कस्टमर्स को बैंकिंग का नया एक्सपीरियंस देने की पहल के तहत यह खास सेविंग अकाउंट लेकर आया है।महिला कस्टमर्स की रुचि को देखते हुए सुविधाएं भी ऑफर की जा रही हैं। बैंक को इस अकाउंट से काफी उम्मीदें हैं।
फिक्स्ड डिपॉजिट पर, यूनिटी बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 9.5% प्रति वर्ष और सामान्य निवेशकों को 1001 दिनों की अवधि के लिए 9% प्रति वर्ष की ब्याज दर प्रदान कर रहा है।
अगर आप ज्वाइंट सेविंग अकाउंट ओपन कराते हैं तो इसके अपने फायदे और नुकसान दोनों होते हैं। अगर आप इन बातों को समझ लेते हैं तो आगे आपके लिए चीजें आसान हो जाती हैं और आपकी जानकारी में होती हैं।
Special Saving Account for Women: महिलाओं के लिए कई बैंकों की ओर से स्पेशल सेविंग अकाउंट ऑफर किए जाते हैं। इसमें एचडीएफसी, बैंक ऑफ बड़ौदा और कई बड़े बैंकों का नाम शामिल है।
कस्टमर अगर अपने बैंक अकाउंट में एवरेज मंथली बैलेंस बनाए रखने में विफल रहते हैं, तो बैंक कस्टमर से नॉन-मेंटेनेंस चार्ज वसूल सकता है। यह चार्ज अलग-अलग बैंकों के मुताबिक हो सकता है।
भारतीय रिजर्व बैंक के नए नियमों के तहत, बैंकों को ग्राहकों को एसएमएस, लेटर या ईमेल के जरिए उनके खातों के निष्क्रिय होने की सूचना देनी होगी।
Savings Account Interest Rate: कई बैंकों की ओर से सेविंग अकाउंट पर 8 प्रतिशत तक की ब्याज दी जा रही है। इसमें डीसीबी, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक, फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक और ईएसएएफ स्मॉल फाइनेंस बैंक का नाम शामिल है।
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