गुरुवार को सोना तेजी के साथ 51,568 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लाभ के साथ 1,926 डॉलर प्रति औंस हो गया।
माकपा ने यहां जारी बयान में कहा, 'हाल में तिरुवनंतपुरम में केंद्रीय मंत्री ने उस परियोजना के खिलाफ अभियान चलाया था, जिसे सैद्धांतिक मंजूरी केंद्र ने दी है।'
पिछले कारोबारी सत्र में सोना 51,712 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 1,918 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था।
चांदी का संबंध शुक्र ग्रह के साथ साथ मां लक्ष्मी से भी है। इसके एक टुकड़े को जेब में रखने से ही किस्मत करवट ले सकती है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के अनुसार, अगर यूएस फेड रेट हाइक करता है तो इसका सोने पर नकारात्मक असर होगा।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव गिरावट के साथ 1919 डॉलर प्रति औंस पर रहा।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना जहां मजबूती के साथ 1,996 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था, वहीं चांदी 25.81 डॉलर प्रति औंस पर लगभग स्थिर थी।
सर्राफा बाजार में बृहस्पतिवार को सोना 271 रुपये चढ़कर 51,670 प्रति दस ग्राम पहुंच गया।
पिछले कारोबारी सत्र के दौरान सोना 50,687 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 2,148 रुपये की तेजी के साथ 67,956 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना तेजी के साथ 1,942 डॉलर प्रति औंस पर जा पहुंचा जबकि चांदी की कीमत भी बढ़त के साथ 25.07 डॉलर प्रति औंस हो गई।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने का भाव 51,500 प्रति दस ग्राम पहुंच गया है। वहीं, चांदी की कीमत 65,500 प्रति किलोग्राम पहुंच गई है।
दिल्ली के सर्राफा बाजार में 13 जनवरी, 2022 को सोना 46,919 प्रति 10 ग्राम पर था। 22 फरवरी तक सोने का भाव बढ़कर 50,518 रुपये प्रति दस ग्राम पहुंच गया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना गिरावट के साथ 1,893 डॉलर प्रति औंस पर था। वहीं चांदी भी मामूली नुकसान के साथ 23.78 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 1878 डॉलर प्रति औंस पहुंच गया है। एक इसका एक साल का उच्चतम स्तर है। ऐसे में सर्राफा बाजार के जानकार सोने में और तेजी का अनुमान लगा रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना बढ़त के साथ 1,827 डॉलर प्रति औंस पर था। वहीं चांदी 23.17 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर थी।
अगले छह महीने में सोना 50 हजार प्रति दस ग्राम के पार कर सकता है। वहीं, चांदी इस साल 90,000 प्रति किलो तक पहुंच सकती है। इसकी वजह यह है कि इंडस्ट्रियल मांग दुनियाभर में तेजी से बढ़ी है।
विदेशी संस्थागत निवेशकों के बिकवाल रहने से घरेलू बाजार में उठापटक देखी गई। अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने की आशंका के बीच बांड प्रतिफल बढ़ने से वैश्विक स्तर पर बाजारों में बिकवाली का दबाव रहा।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना और चांदी, दोनों ही बहुमूल्य धातुओं की कीमत क्रमश: 1,806 डॉलर प्रति औंस और 24.05 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर रही।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना गिरावट के साथ 1,856 डॉलर प्रति औंस पर था, जबकि चांदी 24.89 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर थी।
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