बिल गेट्स इन दिनों भारत के दौरे पर हैं। इस दौरान एक साक्षात्कार में उन्होंने भारत में टीकाकरण अभियानों की सराहना की। इसके साथ ही उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भी भारत में किए जा रहे कार्यों पर चर्चा की।
यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसेल ने कहा, ‘‘महामारी के चरम पर, वैज्ञानिकों ने तेजी से ऐसे टीके विकसित किए, जिन्होंने अनगिनत लोगों की जान बचाई, लेकिन इस ऐतिहासिक उपलब्धि के बावजूद, सभी प्रकार के टीकों के बारे में भय और गलत सूचना वायरस की तरह प्रसारित हुई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ये आंकड़े चिंताजनक चेतावनी संकेत हैं।
Covishield Vaccine:कोरोना के खिलाफ बनी कोविशील्ड वैक्सीन को लेकर अब तक की सबसे बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। इससे कोविशील्ड लगवाने वाले लोगों में हलचल मच गई है।
Covid-19 Vaccination: मध्य प्रदेश के सागर में एक व्यक्ति द्वारा कथित तौर पर एक ही सिरिंज से 39 स्कूली बच्चों को कोविड-19 रोधी टीका लगाने मामला सामने आया है। पुलिस ने इस व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है तथा जिला टीकाकरण अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है।
MP News: देशभर में कोरोना की जंग में ब्रह्मास्त्र बने चुके वैक्सीनेशन अभियान में मध्य प्रदेश के सागर से बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां के जैन पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल में बच्चों को कोरोना वैक्सीन के लिए लगाए गए कैंप में एक ही सीरिंज से 40 बच्चों को वैक्सीन लगा दी गई।
Corona Vaccination: स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 98 प्रतिशत वयस्क आबादी को टीके की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है, जबकि 90 प्रतिशत लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। धानमंत्री मोदी ने इस उपलब्धि पर खुशी जताई है।
America Army Vaccination: अमेरिका में ‘आर्मी नेशनल गार्ड’ के करीब 40 हजार सैनिकों ने कोविड-19 से बचाव के लिए गुरुवार को तय अंतिम समय सीमा तक अनिवार्य रूप से टीका लगवाने की शर्त को पूरा नहीं किया जबकि 14 हजार सैनिकों ने टीका लगवाने से साफ तौर पर इंकार कर दिया है, जिससे उनपर बर्खास्तगी का खतरा मंडरा रहा है।
Covid-19 in North Korea: उत्तर कोरिया की सेंट्रल न्यूज एजेंसी के अनुसार, शुक्रवार को शाम छह बजे तक 24 घंटे में उत्तर कोरिया के करीब 2,19,030 लोगों में बुखार के लक्षण पाए गए।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सार्वजनिक स्थानों पर नॉन-वैक्सीनेटेड लोगों की पहुंच को रोका नहीं जा सकता। कोर्ट ने कहा है कि किसी भी व्यक्ति को टीकाकरण के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में मंगलवार तक कोविड-19 रोधी टीके की 185 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं। मंगलवार को शाम सात बजे तक टीके की 13,52,233 खुराक दी गईं। मंत्रालय ने बताया कि अब तक 12-14 वर्ष आयु वर्ग में टीके की 1,97,65,419 खुराक दी जा चुकी हैं।
अरुणाचल प्रदेश में बृहस्पतिवार को कोविड-19 का कोई नया मामला सामने नहीं आया और राज्य में संक्रमितों की संख्या 64,483 बनी हुई है। स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। राज्य में बुधवार को भी महामारी का कोई दैनिक मामला सामने नहीं आया था।
देश मे कोरोना के खिलाफ जंग जारी है और इसी कड़ी मे बुधवार से 12 से 14 साल की उम्र के बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन लगनी शुरु हो गई है।कोविड से रोकथाम करने के लिए ये आने वाले समय मे एक बड़ा कदम साबित होगा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि सरकार के साथ, समूचे समाज के प्रयासों के कारण भारत कोविड-19 के संभावित विनाशकारी संकट को टालने में सक्षम हो पाया। स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों के प्रयासों के साथ टीकाकरण कवरेज ने हाल में कोविड-19 की वृद्धि को प्रभावी ढंग से रोकने में मदद की।
स्टडी में पाया गया कि हालांकि समय के साथ सुरक्षा कम जरूर होती गई, मगर तीसरी खुराक अभी भी कोविड-19 के साथ गंभीर बीमारी को रोकने में अत्यधिक प्रभावी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि केंद्र सरकार विशेषज्ञों से सिफारिश मिलने पर जल्द से जल्द पांच से 15 वर्ष तक की आयु के बच्चों के लिए कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान शुरू करेगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा कि, 'सभी प्रदेशवासियों के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल मार्गदर्शन में उ.प्र. में शत-प्रतिशत पात्र जनसंख्या को कोविड वैक्सीन की पहली डोज का सुरक्षा कवच प्रदान किया जा चुका है। कोरोना के विरुद्ध इस युद्ध को हम सभी मिलकर अवश्य जीतेंगे!'
कोवैक्सीन बनाने वाली भारत बायोटेक ने यह बयान तब जारी किया जब उन्हें टीकाकरण केंद्रों पर बच्चों को पैरासिटामोल लेने के लिए कहे जाने की जानकारी मिली।
अब लंबे इंतजार के बाद बच्चों को भी कोरोना की वैक्सीन मिलने लगी है, लेकिन पैरैंट्स को डर है कि कहीं इसके साइड इफेक्ट न हों।
पूरी जानकारी नहीं होने पर लोग भ्रमित हैं औऱ लोगों के जेहन में कई सवाल उठ रहे हैं। मसलन स्लॉट कैसे बुक करना है, आईडी क्या जमा करना होगा और बच्चे का आधार कार्ड ही नहीं है तो क्या करना होगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा था कि दिसंबर 2021 के खत्म होने तक सभी योग्य लोगों का वैक्सीनेशन हो जाएगा। मगर अभी तक सिर्फ करीब 84 करोड़ 32 लाख लोगों को पहली खुराक और 59 करोड़ 54 लाख को दूसरी डोज दी गई है।
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