कोविड-19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहत, एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100-200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी।
ICMR द्वारा कोविड-19 बीमारी से लड़ने के लिए तैयार संभावित टीके की मंजूरी मिलने के बाद पंजाब में पहली खुराक मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को दी जाएगी।
AstraZeneca के साथ साथ Pfizer और Moderna के ट्रायल भी अंतिम दौर में हैं और इनके पिछले ट्रायल के परिणामों के मुताबिक ये 90 फीसदी से ज्यादा कारगर हैं। भारत बायोटेक द्वारा तैयार की जा रही स्वदेशी वैक्सीन भी फरवरी की शुरुआत से उपलब्ध हो सकती है
इटली में जो भी लोग कोविड-19 से बचाव के लिए टीकाकरण करवाना चाहते हैं, उन्हें संभवत: अगले वर्ष सितंबर तक टीके की सभी खुराकें मिल जाएंगी।
coronavirus Vaccination में धन की कमी अड़चन न बने इसलिए केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष के लिए इस फंड का प्रावधान किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में कोरोना वायरस के टीके की तैयारियों की समीक्षा की और सीरो सर्वेक्षण के साथ-साथ जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया।
कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने के लिए दुनिया के तमाम देशों में होड़ मची हुई। अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, रूस और भारत समेत कई देश एक असरदार वैक्सीन की खोज में जी-जान से जुटे हुए हैं।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा कि वह कोरोना के खिलाफ दुनियाभर में वैक्सीन की उपलब्धता अगले साल के मध्य से पहले उम्मीद नहीं कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने कोविड-19 के कारण शिशु टीकाकरण में बड़े पैमाने पर आ रही कमी को लेकर बुधवार को चेतावनी दी है।
बीएसवीएल ने सोमवार को एक बयान में कहा कि उसके भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से हल्के से सामान्य लक्षण वाले श्श्वसन संबंधी तीव्र बीमारी (एआरडीएस) से ग्रस्त कोविड-19 संक्रमित मरीजों पर यूलिनैस्टेटिन के तीसरे चरण के परीक्षण की अनुमति मिली है।
UNICEF ने कहा कि दक्षिण एशिया में कोरोना वायरस को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन की वजह से बच्चों को जीवन रक्षक टीके नहीं लगे हैं या आंशिक रूप से लगे हैं।
इनमें से लगभग सभी या 97 प्रतिशत भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बाशिंदे हैं। कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन के दौरान नियमित टीकाकरण बुरी तरह अवरुद्ध हुआ है और माता-पिता इस काम के लिए बच्चों को अस्पताल ले जाने से बच रहे हैं।
राजस्थान में बीकानेर के छतरगढ़ के एसएचओ सुरेंद्र बारूपाल ने देश में जारी इस संकट में एक सराहनीय पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होनें अपनी बॉडी पर कोरोना वैक्सीन परीक्षण की इच्छा जताई है।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में सितंबर तक 10 लाख वैक्सीन की डोज बनाने की तैयारी चल रही है और कहा जा रहा है कि तय प्रोटोकॉल से पहले ही इस टीके की ह्यूमन टेस्टिंग की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि पोलियो की दवा की खुराक के कुछ बैच में पोलियो विषाणु टाइप दो होने का पता चलने के बाद उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना में निगरानी बढ़ा दी गई है।
टीकाकरण गर्भवती महिला से लेकर जन्म लेने वाले शिशु को न केवल कई बीमारियों का सुरक्षा कवच देता है, बल्कि परिवार की खुशहाली में मददगार भी होता है।
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