मौलाना ने कहा कि अगर सपा के विधायक इस्तीफा नहीं देते हैं तो वे अगले चुनाव में मुसलमानों को मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगे।
इस्तीफा देने के बाद गहतोड़ी ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री के लिए अपनी सीट छोड़कर खुशी और सम्मान का अनुभव हो रहा है।
पंजाब में कांग्रेस इकाई के पूर्व अध्यक्ष सिद्धू ने कहा कि मान सरकार के अधीन राज्य की कानून व्यवस्था में ‘तेजी से गिरावट’ आ रही है।
बुधवार को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि चीन ने श्रीलंका को आपात मानवीय सहयोग देने का ऐलान किया है।
ओवैसी ने नगर निगम के इस अभियान को ‘बिना विधिक प्राधिकार के कानून लागू करने’ का उदाहरण करार दिया।
हर महीने के प्रत्येक शुक्रवार को सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे तक महिलाओं से जुड़ी समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
AAP नेता आतिशी ने कहा कि बीजेपी कह रही है कि बुलडोजर चलाने और अतिक्रमण हटाने से हिंसा, दंगे और गुंडागर्दी रुक जाएगी।
योगी ने कहा कि भूमि सरकारी हो या निजी, अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ बिना भेदभाव के कठोरतम कार्रवाई की जाए।
तेजस्वी ने कहा कि चीन ने हमारी सीमा में 2 गांव बसा लिए लेकिन बुलडोजर तो दूर इनकी हिम्मत नहीं उसके बारे में दो शब्द भी बोल सकें।
चीफ जस्टिस एनवी रमण की अध्यक्षता वाली पीठ ने मौजूदा हालात में यथास्थिति बनाए रखने के निर्देश दिए।
जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल को 4 मंत्रालय सौंपे गए और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान को 2 मंत्रालय मिले।
उत्तर प्रदेश में कुछ साल पहले तक माना जाता था कि जिस पार्टी ने अपने कोर वोट के साथ मुसलमानों को साध लिया, उसका लखनऊ पर कब्जा तय है।
मुजफ्फरनगर से लेकर आजमगढ़ तक, अधिकांश मुस्लिम बहुल जिलों में समाजवादी पार्टी गठबंधन को मुसलमानों ने खुलकर वोट दिया है और कई जिलों में ये वोट सीटों में भी तब्दील हुआ है।
अखिलेश के पिता मुलायम सिंह यादव ने भी इन चुनावों में सिर्फ 2 रैलियों में हिस्सा लिया।
इन चुनावों में कई सीटें ऐसी हैं जहां माना जा रहा है कि बहुजन समाज पार्टी का परंपरागत वोटर बीजेपी की तरफ आया है।
रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास ने अपनी खबर में विदेश मंत्री लावरोव के इस बयान के बारे में बताया।
बायडेन प्रशासन ने कहा था कि अमेरिका के सबसे कठोर प्रतिबंध का पैकेज यूरोपीय देशों के सहयोग से तैयार कर लिया गया है, जो पुतिन और रूस के अंतराष्ट्रीय व्यापार को प्रभावित करने के लिए पर्याप्त होगा।
रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा है कि रूस ने पूर्व यूक्रेन में विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता दे दी है।
रूस ने यूएनएससी में कहा, पश्चिमी देशों का एकलौता मकसद युद्ध नहीं होता, तो यूक्रेन की कठपुतली सरकार बहुत पहले ही मिन्स्क समझौते को लागू करने के लिए मजबूर हो जाती।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यूक्रेन-रूस सीमा पर वास्तव में क्या हो रहा है, इसके बारे में हम ठोस कुछ नहीं कह सकते।
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