यमुना एक्सप्रेस वे पर रफ्तार एक बार फिर जिंदगी पर भारी पड़ी है। आज सुबह यमुना एक्सप्रेस वे पर रबूपुरा थाना क्षेत्र के निकट एक कार और ट्रक में जबर्दस्त भिड़ंत हो गई।
यमुना एक्सप्रेस-वे पर अगस्त, 2012 से 31 मार्च, 2018 के बीच कुल 4,956 दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 718 लोगों की मौत हुई और 7,671 लोगों को गंभीर चोटें आईं।
दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेस वे पर आज सुबह यात्रियों से भरी बस और ट्रक में भीषण टक्कर हो गई। इस हादसे में 8 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई वहीं करीब दो दर्जन लोग घायल हो गए।
नोएडा स्थित यमुना एक्सप्रेस वे पर सोमवार को तड़के करीब चार बजे दो कारें आपस में टकरा गईं। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि दोनों कारों में आग लग गई और कारें जलकर खाक हो गई।
उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में यमुना एक्सप्रेस-वे पर शनिवार को बुलंदशहर के अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (एसीजेएम) अरविंद विकास एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए और अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गयी।
अंतरराष्ट्रीय सड़क महासंघ( आईआरएफ) का सुझाव है कि एक अत्याधुनिक परिवहन प्रणाली( इंटेलीजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम) लागू करने से यमुना एक्सप्रेसवे पर दुर्घटनाओं की संख्या कम की जा सकती है।
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