
मुरादाबाद: यूपी के मुरादाबाद से एक बड़ी खबर सामने आई है। आरोप है कि मंदिर में कीर्तन कर रहीं महिलाओं पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पथराव किया है। हालांकि मुस्लिम समुदाय ने अपनी सफाई में कहा है कि कोई पत्थरबाजी नहीं हुई है। इन लोगों ने ही डंडेबाजी की है। वहीं पुलिस का कहना है कि ये विवाद मस्जिद में जानवर के घुसने के बाद हुआ। पथराव और लाठी-डंडों से हमले की बात की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही पुष्टि हो सकेगी।
क्या है मामला?
मुरादाबाद के थाना क्षेत्र बिलारी में कीर्तन कर रहीं महिलाओं पर दूसरे समुदाय द्वारा पथराव करने के आरोप लगे हैं। इसके बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल हो गया और सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस तैनात की गई। पुलिस अधिकारी द्वारा दो पक्षों में लड़ाई की बात कहते हुए जांच की बात कही जा रही है।
पुलिस के अनुसार, शाम को मुरादाबाद के थाना बिलारी के बहादुरपुर गांव में दो पक्षों के बीच झगड़े की सूचना मिली थी। तुरंत पुलिस फोर्स ने जाकर देखा तो दो पक्षों के बीच लड़ाई हो रही थी और पता चला कि मस्जिद में जानवर घुसने के कारण विवाद हुआ और लोगों में मारपीट हुई। जिन लोगों को चोटें लगीं, उन्हें इलाज के लिए भिजवा दिया गया है और तहरीर प्राप्त कर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। जबकि पथराव और लाठी डंडों से हमले की बात पर पुलिस अधिकारी ने कहा कि जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे, उस आधार पर कार्रवाई होगी।
विनोद नाम के शख्स ने दर्ज करवाया मुकदमा
मुरादाबाद के थाना बिलारी के बहादुरपुर गांव के मंदिर में कीर्तन कर रहीं महिलाओं पर दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा पथराव करने के आरोपों के बीच गांव के ही विनोद के द्वारा एक मुकदमा दर्ज कराया गया है। विनोद का कहना है कि पहले बच्चों में लड़ाई हुई थी, जो शांत हो गई थी। लेकिन बाद में ये लोग तराबी नमाज पढ़कर आए, तब ये झगड़ा हुआ। मैंने दस- बारह लोगों के नाम लिखाए हैं। उस समय मैं बेहोश हो गया था, फिर मुझे नहीं पता कि कौन-कौन लोग थे। जिधर महिलाएं कीर्तन कर रहीं थी, उधर जाकर पथराव करने लगे तो महिलाएं भागने लगीं और पथराव से बचने के लिए छिप गईं। बहुत सारे आदमी थे। हम तो चाहते हैं कि शांति बनी रहे। विनोद ने कुछ लोगों के नाम भी बताए।
मुस्लिम समुदाय के युवक मोहम्मद शाहजान ने अपने पक्ष में कही ये बात
वहीं मुस्लिम समुदाय के युवक मोहम्मद शाहजान का कहना है कि रोजा इफ्तार का टाइम हो रहा था। हम नमाज पढ़ने गए थे। इसी दौरान मस्जिद में कुत्ते के घुसने को लेकर विवाद हुआ। इस दौरान डंडेबाजी की गई और भतीजे के भाई के सिर में डंडा और सरिया मारा गया। इनकी पूरी भीड़ थी। मुसलमान का एक बन्दा नहीं था वहां पर। वहां कोई पत्थरबाजी नहीं हुई है। वहां कैमरे लगे हैं। इन्होंने ही डंडेबाजी की है। इनकी तरफ से प्लानिंग थी। हम नमाज पढ़कर सीधे घर आते हैं। हमारे चार लड़कों के चोट आई है। एक भाई के सीने में पत्थर लगा है।
इस मामले में हिंदू पक्ष कीर्तन कर रही महिलाओं पर पथराव करने का आरोप लगा रहा है। वहीं दूसरा पक्ष मस्जिद में कुत्ते के घुसने की बात को लड़ाई का विषय बता रहा है। फिलहाल गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस को तैनात किया गया है। मुकदमा लिखे जाने के बाद पुलिस वीडियो के आधार पर भी जांच कर रही हैं। (इनपुट: मुरादाबाद से राजीव शर्मा)