कोलकाता: बंगाल की लोकप्रिय सिंगर बनश्री सेनगुप्ता ने रविवार को इस दुनिया को अलविदा कह दिया। वह लंबे वक्त से बीमार चल रही थीं। रविवार को उन्होंने एक एसएसकेएम सरकारी अस्पताल में सुबह करीब 11:30 बजे आखरी सांस ली। उन्हें यहां कोई 10 दिन पहले भर्ती कराया गया था। बनश्री ने अपनी मधुर आवाज से दशकों तक संगीत प्रेमियों के दिलों पर राज किया था। 71 साल की सेनगुप्ता विधवा थीं। सेनगुप्ता ने 1966 से लेकर दशकों तक काफी सारे रोमांटिंग गीतों को अपनी आवाज दी।
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उनके हिट गीतों में 'आज बिकेलेर डाके तोमर छिथी पेलम', 'अमर अनगे जलेय रंगमोशल', 'छी छी एकी कनदो कोरेछी', 'दूर अकाशे तोमार सुर', और 'सुंदर बोनय सुंदरी गाछ' शामिल हैं। उन्होंने बंगाली, हिंदी, असमी और उड़िया फिल्मों के लिए भी अपनी आवाज दी। संगीत को दिए उनके योगदान के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने उन्हें 2012 और 2013 में क्रमश: संगीत सम्मान और महासंगीत सम्मान से सम्मानित किया था।
सेनगुप्ता के प्रशंकों ने बड़ी संख्या में उनके शव पर पुष्पचक्र चढ़ाए। उनका शव रबिंद्र सदन में आम लोगों के दर्शन के लिए रखा गया था, और बाद में केओराटोला घाट पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सेनगुप्ता के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है। उन्होंने ट्वीट किया, "दिग्गज गायिका बनश्री सेनगुप्ता के निधन की खबर सुनकर गहरा दुख पहुंचा है। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं।"