पटना/हाजीपुर: बिहार के वैशाली जिले में एक आवासीय दलित स्कूल की छात्राओं से उनकी एक सहपाठी के साथ गत रविवार को हुए कथित दुष्कर्म और उसकी मौत की घटना को लेकर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के विधायक ललन पासवान द्वारा कथित आपत्तिजनक प्रश्न पूछे जाने की व्यापक स्तर पर निंदा हो रही है।
(देश-विदेश की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें)
रालोसपा के रोहतास जिले के चेनारी विधानसभा क्षेत्र से विधायक ललन पासवान को अपनी पार्टी की ओर से मामले की जांच के दौरान कथित आपत्तिजनक प्रश्न पूछते हुए कल टीवी समाचार चैनलों पर दिखाया गया था। रालोसपा राजग में भाजपा की साथी पार्टी है।
टीवी फुटेज में दिखाया गया है कि संबंधित विद्यालय के प्राचार्य की उपस्थिति में विधायक ने छात्राओं से आपत्तिजनक प्रश्न पूछे। प्रश्नों का उत्तर देने में वहां मौजूद छात्राएं स्वयं को असहज महसूस कर रही थीं। रालोसपा के विधायक पासवान ने अपना बचाव करते हुए मीडिया पर इसको लेकर बेवजह विवाद पैदा करने का आरोप लगाया है।
पासवान ने कहा कि उनकी मंशा छात्राओं की मदद करने की थी और इसी वजह से वह उनसे घटना के बारे में जानकारी हासिल कर रहे थे। मीडिया ने वीडियो से छेडछाड़ कर उसे दिखाया और विवाद पैदा किया। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि जानकारी हासिल करने का उनका तरीका सही नहीं हो, लेकिन उनकी मंशा मदद करने की थी। खुद को भी दलित पृष्ठभूमि का बताते हुए पासवान ने मीडिया पर आरोप लगाया कि वह एक दलित को किसी भी रूप में पेश करने से नहीं चूकता।
उल्लेखनीय है कि गत सोमवार की सुबह एक छात्रा को आवासीय विद्यालय के पास रहस्यमय परिस्थिति में मृत पाया गया था तथा छात्रा के शरीर के एक हिस्से में खून के धब्बे पाए गए थे। पुलिस ने इस मामले में स्कूल के प्राचार्य, वार्डन और एक रात्रि प्रहरी के खिलाफ वैशाली जिले के सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
वैशाली के पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि इस मामले में उक्त स्कूल की वार्डन संजू और रात्रि प्रहरी मोहम्मद कैसर को गिरफ्तार करने के साथ ही इस सिलसिले में आधा दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ की गयी है।