नई दिल्ली: कार्ति चिदंबरम केस में एक बड़ा खुलासा हुआ है। इनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट यानी ईडी की जांच में पता चला है कि कार्ति चिदंबरम ने यूपीए सरकार के एक बड़े मंत्री के बैंक अकाउंट में एक करोड़ 80 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे। ये पैसा आरबीएस बैंक की चेन्नई ब्रांच से 2006 से 2009 के बीच ट्रांसफर किया गया। रकम के ट्रांसफर की टाइमिंग भी बेहद खास है, जिस मंत्री के खाते में ये पैसे ट्रांसफर हुए थे उसी दौरान एयरसेल-मैक्सिस डील हुई थी।
इसी डील में कार्ति चिदंबरम पर रिश्वत लेने का आरोप है, इस डील में मनी लॉन्ड्रिंग के भी इल्जाम हैं। वो मंत्री कौन है इसका खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन इतना क्लू जरूर मिला है कि जिस नेता के अकाउंट में ये रकम ट्रांसफर हुई वो यूपीए के दोनो कार्यकाल में बड़े पावरफुल मिनिस्टर थे। आज सीबीआई ने कोर्ट को एक सील्ड एनवेलॉप सौंपा है, कहा है कि इसमें कार्ति चिदंबरम के खिलाफ पक्के सबूत हैं।
आज कोर्ट रूम में पी चिदंबरम और नलिनी चिदंबरम भी मौजूद थे, कोर्ट रूम के अंदर ही सीबीआई के सामने उन्होंने कार्ति से बात की... कोर्ट में कार्ति के वकील अभिषेक मनु सिंघवी पुलिस रिमांड का विरोध कर रहे थे, सिंघवी ने कहा कि पिछले पांच दिन में सीबीआई ने समय बर्बाद किया है... अब सीबीआई को कार्ति की कस्टडी क्यों चाहिए.. कार्ति चिदंबरम को अब तीन दिन और सीबीआई की कस्टडी में रहना होगा। नौ मार्च उन्हें दुबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा।