शादी से पहले कन्या का कुल देखें-
शादी विवाह के दौरान हमें कन्या के कुल को भी परखना चाहिए। उच्च कुल की कन्या हमेशा घर में सुख शांति का महौल बनाए रखती है जबकि निम्म कुल की कन्याएं शादी के बाद ही परिवार में कलह का वातावरण पैदा कर देती हैं। चाणक्य का मानना था कि उच्च कुल की कन्या के पास अपना एक स्वाभिमान होता है जबकि निम्न कुल की कन्या का आचरण हमेशा निम्न ही रहता है जो परिवार को कभी भी मुश्किल में डाल सकता है।
अगली स्लाइड में पढ़ें विवाह से पहले स्त्री के किस गुण को परखें