Friday, May 03, 2024
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अगले साल बेकार हो जाएंगी कोवैक्सीन की पांच करोड़ खुराक, जानें क्यों नहीं मिल पा रहे खरीददार?

अभी यह पता नहीं चला है कि अगले साल पांच करोड़ खुराकों के बेकार होने से भारत बायोटेक को कितना नुकसान होगा। दुनियाभर में संक्रमण कम होने के कारण कोवैक्सीन के निर्यात पर बेहद खराब असर पड़ा है।

Shashi Rai Edited By: Shashi Rai @km_shashi
Published on: November 06, 2022 12:58 IST
COVAXIN- India TV Hindi
Image Source : FILE PHOTO COVAXIN

हैदराबाद: भारत बायोटेक के पास रखी कोवैक्सीन की पांच करोड़ खुराक अगले साल बेकार हो जाएंगी, क्योंकि उनके खरीददार नहीं मिल पा रहे हैं। कंपनी के सूत्रों ने यह जानकारी दी। टीके की मांग कम होने के कारण भारत बायोटेक ने इस साल की शुरुआत में दो खुराक वाले कोवैक्सीन टीके का उत्पादन रोक दिया था। हालांकि, इसने 2021 के अंत तक एक अरब खुराकों का उत्पादन कर दिया था। सूत्रों ने बताया, ‘‘भारत बायोटेक के पास थोक में कोवैक्सीन की 20 करोड़ से अधिक खुराक हैं और शीशियों में तकरीबन पांच करोड़ खुराक इस्तेमाल के लिए तैयार हैं। टीके की मांग कम होने के कारण इस साल की शुरुआत में सात महीने पहले कोवैक्सीन का उत्पादन रोक दिया गया था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘शीशियों में कोवैक्सीन की खुराकों को इस्तेमाल करने की समयसीमा 2023 की शुरुआत में खत्म होनी है जिससे कंपनी को घाटा होगा।’’

भारत बायोटेक को कितना होगा नुकसान? 

बहरहाल, अभी यह पता नहीं चला है कि अगले साल पांच करोड़ खुराकों के बेकार होने से भारत बायोटेक को कितना नुकसान होगा। दुनियाभर में संक्रमण कम होने के कारण कोवैक्सीन के निर्यात पर बेहद खराब असर पड़ा है। सूत्रों ने कहा, ‘‘वैश्विक स्तर पर अब कोविड-19 को खतरा नहीं माना जा रहा है।’’ विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस साल अप्रैल में संयुक्त राष्ट्र की खरीद एजेंसियों के जरिए कोवैक्सीन की आपूर्ति निलंबित करने की पुष्टि की थी और इस टीके का इस्तेमाल कर रहे देशों को उचित कार्रवाई करने की सिफारिश की थी।

वर्ष 2021 में कोविड-19 संक्रमण जब चरम पर था तो ब्राजील सरकार ने एक विवाद के बाद कोवैक्सीन की दो करोड़ खुराक के आयात के अपने फैसले को निलंबित कर दिया था। 

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