Friday, April 26, 2024
Advertisement

संभाजी भिडे़ ने राष्ट्रवाद के मुद्दे पर हिंदुओं और मुसलमानों के लिए कही यह बात

अजीबोगरीब बयानों के लिए अक्सर विवादों में रहने वाले दक्षिणपंथी नेता संभाजी भिड़े ने नए नागरिकता कानून की प्रशंसा करते हुए मंगलवार को कहा कि राष्ट्रवाद की बात आती है तो हिंदू समाज नपुंसक हो जाता है ।

Bhasha Reported by: Bhasha
Published on: December 24, 2019 22:54 IST
Sambhaji bhide- India TV Hindi
Sambhaji bhide

मुंबई: अजीबोगरीब बयानों के लिए अक्सर विवादों में रहने वाले दक्षिणपंथी नेता संभाजी भिड़े ने नए नागरिकता कानून की प्रशंसा करते हुए मंगलवार को कहा कि राष्ट्रवाद की बात आती है तो हिंदू समाज नपुंसक हो जाता है । उन्होंने कहा कि भारत में मुसलमानों से राष्ट्रवाद की उम्मीद करना ‘‘बेवकूफी’’ है । पश्चिमी महाराष्ट्र के सांगली में भिड़े ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राष्ट्रवाद की बात आने पर हिंदू समाज सौ प्रतिशत नपुंसक हो जाता है। जैसे नपुसंक आदमी को बच्चा नहीं हो सकता, उसी तरह राष्ट्रहित की बात आने पर हिंदू समाज यही रवैया दिखाता है। राष्ट्रहित के बारे में हममें समझ की कमी है।’’ भिड़े शिव प्रतिष्ठान हिन्दुस्तान के प्रमुख हैं और 2018 के कोरेगांव भीमा हिंसा मामले में आरोपी हैं। 

उन्होंने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) भारतीयों को जोड़ता है, जबकि कुछ लोग इसके बारे में भ्रम फैला रहे हैं । उन्होंने सवाल किया, ‘‘दुनिया भर में 187 देशों में इसी तरह का कानून चलता है तो भारत में ऐसा कानून क्यों नहीं होना चाहिए। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘हिंदू सीएए को लेकर बहुत इच्छुक नहीं दिखते हैं । हालांकि अधिकतर मुसलमान जो पहले मूल रूप से हिंदू थे, वो सीएए का विरोध कर रहे हैं। भारत में मुस्लिमों से राष्ट्रवाद की अपेक्षा करना बेवकूफी है।’’

भिड़े ने कहा, ‘‘भारतीय आत्मकेंद्रित लोग होते हैं। वे इस देश की भलाई समझ ही नहीं पाते हैं । यह नया नागरिकता कानून हमारे देश के लिए बहुत अच्छा है। ’’ भिड़े अपने अजीबोगरीब बयान के लिए पहले भी विवादों में घिर चुके हैं। एक बार उन्होंने कहा था कि उनके बगीचे का आम खाने वाले दंपतियों को बेटा होता है । 

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Politics News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement