नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने अपने सांसदों के लिए दिल्ली में दो दिन की वर्कशॉप रखी। इस वर्कशॉप के पहले दिन पीएम मोदी का सम्मान किया गया। वर्कशॉप के दौरान पीएम मोदी सामान्य कार्यकर्ता की तरह सबसे पीछे बैठे दिखाई दिए।
वर्कशॉप में चार सेशन होंगे। इस दौरान बीजेपी सांसदों को उपराष्ट्रपति चुनाव के दौरान वोटिंग करने का सही तरीका बताया जाएगा। वर्कशॉप के पहले दिन जीएसटी 2.0 के लिए पीएम मोदी का आभार जताया गया। पीएम मोदी के सम्मान के साथ वर्कशॉप की शुरुआत हुई।
बीजेपी सांसदों की दो दिन की वर्कशॉप का रविवार को पहला दिन है। यह वर्कशॉप दिल्ली में संसद परिसर में आयोजित किया गया। वर्कशॉप में सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्मानित किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी में जो रिफॉर्म किया है। पार्टी उसके लिए उन्हें सम्मानित कर रही है। इसके बाद बीजेपी सांसदों की ट्रेनिंग शुरू हुई। दो दिनों में 4 सेशन में बीजेपी सांसदों को ट्रेनिंग दी जाएगी। जिनमें पार्टी के इतिहास और विकास पर चर्चा होगी। इसके साथ ही सांसदों की कार्यकुशलता बढ़ाने पर काम किया जाएगा।
पीएम मोदी ने पिछली पंक्ति में बैठकर सादगी का परिचय दिया
कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी एक साधारण कार्यकर्ता की तरह सबसे पीछे की पंक्ति में बैठे दिखाई दिए। उनके इस व्यवहार ने वहां मौजूद सभी लोगों को काफी प्रभावित किया। इससे यह संदेश गया कि भाजपा में हर सांसद और कार्यकर्ता समान है। सोशल मीडिया पर पीएम मोदी की ये तस्वीर वायरल भी हुई।

9 सितंबर को होंगे चुनाव
वर्कशॉप का मकसद उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले 100% वोटिंग के लिए सांसदों को सही ट्रेनिंग देना है। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 9 सितंबर को वोटिंग होगी। ट्रेनिंग सेशन में सांसदों को बैलट पेपर पर सही निशान लगाने, चुनाव अधिकारी की ओर से जो पेन दिया गया है, उसका सही इस्तेमाल कैसे करना है इसकी ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके साथ ही इस बात की भी ट्रेनिंग दी जाएगी की बैलट पेपर को सही तरीके से कैसे मोड़कर बॉक्स के अंदर डालने हैं, ताकि वोट अमान्य न हों।
कौन हैं उम्मीदवार?
उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए एनडीए गठबंधन ने सीपी राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं, इंडिया गठबंधन ने बी.सुदर्शन रेड्डी को अपना उम्मीदवार बनाया है। इस चुनाव में एनडीए उम्मीदवार की बहुमत मिलना लगभग तय है। हालांकि, पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की तरह नए राष्ट्रपति निर्विरोध नहीं चुने जाएंगे।