मध्य प्रदेश: पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल पर रेलवे सुरक्षा बल यानी RPF के जवानों ने अपनी सूझबूझ और अदम्य साहस का परिचय देते हुए एक महिला यात्री की जान बचाई है। यह घटना बुधवार 24 दिसंबर को रतलाम रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या- 4 पर घटित हुई, जहां जवानों की मुस्तैदी से एक बड़ा हादसा टल गया।
कैसे घटी घटना?
रतलाम मंडल जनसंपर्क अधिकारी मुकेश कुमार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, गाड़ी संख्या- 04002 (नई दिल्ली–मुंबई सेंट्रल स्पेशल) रतलाम स्टेशन से प्रस्थान कर रही थी। तभी एक महिला यात्री ने स्लीपर कोच S-3 में चढ़ने की कोशिश की। ट्रेन की रफ्तार बढ़ने के कारण महिला अपना संतुलन खो बैठी और दरवाजे के हैंडल से लटकी हुई काफी दूर तक घसीटती चली गई।
RPF जवानों की जांबाजी
महिला को ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच फंसते देख ड्यूटी पर तैनात जवान दौड़ पड़े। हेड कांस्टेबल चंद्रकांत तिवारी ने बिना समय गंवाए दौड़कर महिला यात्री का हाथ ट्रेन के हैंडल से छुड़वाया। उसी पल हेड कांस्टेबल नरेंद्र राठौड़ ने फुर्ती दिखाते हुए महिला को ट्रेन के नीचे जाने से पहले सुरक्षित बाहर खींच लिया। जवानों की इस त्वरित एक्शन से महिला की जान बच गई।
'ऑपरेशन जीवन रक्षा' के तहत सराहना
हादसे के बाद महिला पूरी तरह स्वस्थ और सुरक्षित है। मौके पर मौजूद उपनिरीक्षक श्रद्धा ठाकुर ने महिला यात्री को सहानुभूतिपूर्वक संभाला और भविष्य में ऐसी जोखिमभरी हरकत न करने की समझाइश दी। महिला ने भावुक होकर अपनी जान बचाने के लिए RPF रतलाम का हृदय से आभार व्यक्त किया।
ऑन ड्यूटी हेड कांस्टेबल नरेंद्र राठौड़ एवं चंद्रकांत तिवारी द्वारा कर्तव्यनिष्ठा, सतर्कता एवं सटीक निर्णय के कारण एक अनमोल जीवन की रक्षा संभव हो सकी। यह कार्य “ऑपरेशन जीवन रक्षा” के अंतर्गत अत्यंत सराहनीय है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से पुनः आग्रह किया है कि चलती गाड़ी में चढ़ने या उतरने का प्रयास कभी न करें। यह जानलेवा हो सकता है।
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