
बिजनेसमैन सुशील केडिया ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे से माफी मांग ली है। सुशील केडिया ने कहा कि आवेश में आकर उन्होंने राज ठाकरे को चुनौती दी थी और मराठी कभी नहीं सीखने की बात कही थी, लेकिन अब वह इसके लिए माफी मांगते हैं। इधर महाराष्ट्र पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सुशील केडिया के ऑफिस में तोड़फोड़ करने वाले पांच मनसे कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। सुशील केडिया ने शुक्रवार को एक्स पोस्ट में राज ठाकरे को चुनौती देते हुए कहा था कि वह कभी भी मराठी नहीं सीखेंगे। राज ठाकरे जो चाहें कर सकते हैं। इसके बाद मनसे कार्यकर्ताओं ने उनके ऑफिस में तोड़फोड़ की थी।
सुशील केडिया ने एक वीडियो शेयर करते हुए राज ठाकरे से माफी मांगी है और वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि राज ठाकरे उनकी माफी स्वीकार करें। इस वीडियो में सुशील केडिया ने विस्तार से अपनी बात समझाई है और महाराष्ट्र में रहने वाले हिंदी लोगों का पक्ष रखा है।
क्या है मामला?
महाराष्ट्र में इन दिनों मराठी बनाम हिंदी विवाद चरम पर है। इस वजह से अलग-अलग लोग इसके लपेटे में आ रहे हैं। बिजनेसमैन सुशील केडिया भी इनमें से एक हैं। जब राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में मराठी बोलना अनिवार्य करने की बात कही तो सुशील केडिया ने इसका विरोध किया। उन्होंने लिखा "राज ठाकरे ध्यान दें, मुंबई में 30 साल रहने के बाद भी मैं मराठी ठीक से नहीं जानता और आपके घोर दुर्व्यवहार के कारण मैंने यह संकल्प लिया है कि जब तक आप जैसे लोगों को मराठी मानुष की देखभाल करने का दिखावा करने की अनुमति नहीं दी जाती, मैं प्रतिज्ञा लेता हूं कि मैं मराठी नहीं सीखूंगा। क्या करना है बोल?" इसके बाद मनसे कार्यकर्ताओं ने सुशील केडिया के ऑफिस में तोड़फोड़ की।
सुशील केडिया ने वीडियो में क्या कहा?
सुशील केडिया ने कहा कि जिस व्यक्ति की मातृभाषा मराठी है, उसके जैसी मराठी 10-20 साल तक कोशिश करने के बावजूद नहीं सीखी जा सकती है। ऐसे में जब किसी हिंदी भाषी या अन्य व्यक्ति पर मराठी थोपने की कोशिश की जाती है तो उसके अंदर डर भर जाता है। वह सोचता है कि अगर उसने गलती से किसी शब्द का गलत उच्चारण कर दिया तो उसके साथ मारपीट हो सकती है। ऐसे में वह मराठी नहीं सीख पाता है। वहीं, जब मराठी लोग उसका उत्साह बढ़ाते हैं और मराठी सिखाते हैं तो वह आसानी से मराठी सीख सकता है।