
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में भारी गिरावट दर्ज की गई है। 16 मई को खत्म हुए हफ्ते में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 4.89 अरब डॉलर की बड़ी गिरावट के साथ 685.73 अरब डॉलर पर पहुंच गया। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को ये जानकारी दी। बताते चलें कि इसके एक हफ्ते पहले देश का विदेशी मुद्रा भंडार 4.55 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 690.62 अरब डॉलर हो गया था। सितंबर, 2024 के आखिर में विदेशी मुद्रा भंडार 704.88 अरब डॉलर के लाइफटाइम हाई पर पहुंच गया था।
2 मई और 25 अप्रैल को खत्म हुए हफ्ते में कितना था भंडार
उससे पहले, 2 मई को खत्म हुए हफ्ते में देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 2.06 अरब डॉलर की गिरावट के साथ 686.06 अरब डॉलर हो गया था। उससे भी एक हफ्ते पहले, 25 अप्रैल को खत्म हुए हफ्ते में देश का मुद्रा भंडार 1.98 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 688.13 अरब डॉलर हो गया था।
गोल्ड रिजर्व की वैल्यू में भारी-भरकम गिरावट
भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, 16 मई को खत्म हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार का एक प्रमुख हिस्सा विदेशी मुद्रा आस्तियां 27.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 581.65 अरब डॉलर हो गईं। डॉलर के संदर्भ में उल्लेखित विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है। 16 मई को खत्म हुए हफ्ते में देश का स्वर्ण भंडार यानी गोल्ड रिजर्व की वैल्यू 5.12 अरब डॉलर की भारी-भरकम गिरावट के साथ 81.22 अरब डॉलर रह गई। जबकि, इससे पिछले हफ्ते इसमें 4.52 अरब डॉलर का तेज उछाल आया था।
IMF के पास देश का आरक्षित भंडार भी घटा
विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 4.3 करोड़ डॉलर घटकर 18.49 अरब डॉलर रहा। केंद्रीय बैंक के आंकड़ों के अनुसार, इस दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास भारत का आरक्षित भंडार भी 30 लाख डॉलर घटकर 4.37 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
पीटीआई इनपुट्स के साथ