अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ भारत का विशेष आहरण अधिकार 50 लाख डॉलर घटकर 1.442 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
अमेरिका और ईरान के बीच तनाव को देखते हुए विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) सतर्कता बरत रहे हैं। जनवरी में अब तक उन्होंने भारतीय पूंजी बाजार से 2,415 करोड़ रुपए निकाले हैं।
डॉलर में व्यक्त की जाने वाली विदेशी मुद्रा संपत्ति पर मुद्रा भंडार में रखी गैर-अमेरिकी मुद्राओं जैसे यूरो, पौंड और येन में होने वाले उतार-चढ़ाव का भी असर पड़ता है।
देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्रवाह चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर के दौरान 15 प्रतिशत बढ़कर 26 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) ई-वाणिज्य के साथ-साथ औद्योगिक नीतियों पर सक्रियता से काम कर रहा है।
डिपोजिटरी के आंकड़े के अनुसार, एफपीआई ने शेयर बाजारों में 6,301.96 करोड़ रुपए शुद्ध निवेश किए जबकि बांड बाजार से 3,688.94 करोड़ रुपए निकाले।
आरबीआई ने बताया कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान देश के स्वर्ण भंडार का मूल्य 11 करोड़ डॉलर बढ़कर 26.968 अरब डॉलर हो गया।
भारतीय पूंजी बाजार में पार्टिसिपेटरी नोट्स (पी-नोट्स) के जरिए निवेश नवंबर अंत तक गिरकर 69,670 करोड़ रुपए पर आ गया।
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान देश का स्वर्ण भंडार 43 करोड़ डॉलर बढ़कर 27.078 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले कुछ महीनों से लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है और यह पहली बार 450 अरब डॉलर के पार पहुंचा है।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार नवें सप्ताह बढ़ता हुआ 22 नवंबर को समाप्त सप्ताह में 34.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर बढ़करक 448.60 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने नवंबर महीने में भारतीय बाजारों में अबतक 17,722 करोड़ रुपए की पूंजी लगायी है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने नवंबर के पहले 15 दिन में घरेलू पूंजी बाजारों में 19,203 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
देश के विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि जारी है। गत आठ नवंबर को समाप्त सप्ताह में यह 1.71 अरब डॉलर बढ़कर 447.81 अरब डॉलर के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया।
रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान आरक्षित स्वर्ण भंडार 30.1 करोड़ डॉलर बढ़कर 27.35 अरब डॉलर का हो गया।
देश के एक प्रमुख वाणिज्य एवं उद्योग मंडल ने रविवार को कहा कि प्रमुख क्षेत्रीय व्यापार समझौते आरसीईपी में शामिल नहीं होने से भविष्य में भारत के निर्यात और निवेश प्रवाह को नुकसान पहुंच सकता है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अक्टूबर में भारतीय पूंजी बाजारों में शुद्ध रूप से 16,464 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
भारत में परिचालन कर रहीं विदेशी एयरलाइन कंपनियां की उड़ानों में इस बार सर्दी के मौसम में 3.05 प्रतिशत की वृद्धि होगी। विमानन नियामक डीजीसीए के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि निवेशकों को पूरी दुनिया में भारत से बेहतर कोई जगह नहीं मिलेगी जहां लोकतंत्र में यकीन करने के साथ ही पूंजीवाद का सम्मान किया जाता है।
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान देश का स्वर्ण भंडार भी 23.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 27.17 अरब डॉलर हो गया।
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