विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने कोरोना वायरस से फैली महामारी के कारण वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका गहराने को लेकर मार्च महीने में अब तक घरेलू पूंजी बाजारों से एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की है।
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान देश का स्वर्ण भंडार भी 32 करोड़ डॉलर बढ़कर 31 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया।
कोरोनावायरस की वजह से यूएस डॉलर इंडेक्स में थोड़ी वृद्धि और प्रमुख देशों के बांड मूल्य में इजाफा होने की वजह से चीन के मुद्रा भंडार में यह गिरावट आई है।
छह माह से जारी लिवाली के रुख से अलग विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने मार्च के शुरुआती पांच कारोबारी दिवस में शुद्ध तौर पर बिकवाली की है।
हफ्ते के दौरान मुद्रा भंडार में 5.42 अरब डॉलर की बढ़त
2019-20 में दिसंबर तक सबसे ज्यादा विदेशी निवेश सेवा क्षेत्र में आया है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने फरवरी में भारतीय पूंजी बाजारों में शुद्ध रूप से 6,554 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
गोल्ड रिजर्व कीमतों में उछाल का दिखा असर
बजट के बाद बनी सकारात्मक धारणा तथा रिजर्व बैंक के उदार रुख बनाये रखने से उत्साहित विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने फरवरी महीने में अब तक घरेलू बाजार में 23,102 करोड़ रुपए लगाए हैं।
आरबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 14 फरवरी को समाप्त सप्ताह के दौरान देश का स्वर्ण भंडार भी 34.4 करोड़ डॉल्र की वृद्धि के साथ 29.123 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है।
इस दौरान स्वर्ण भंडार 21.8 करोड़ डॉलर घटकर 28.779 अरब डॉलर रहा।
देश में 31 जनवरी को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 4.607 अरब डॉलर बढ़कर 471.3 अरब डॉलर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति बढ़ने से मुद्रा भंडार बढ़ा है।
शुक्रवार के कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी देखने को मिली है
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने जनवरी में भारतीय शेयर बाजारों में 12,000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया।
भारत भ्रमण पर आने वाले विदेशियों की संख्या की वृद्धि दर जनवरी-अक्टूबर 2019 की अवधि में घट कर 2.7 प्रतिशत रही। आर्थिक समीक्षा के अनुसार यह गिरावट वैश्विक रुख के अनुरूप बतायी गयी है।
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान देश का स्वर्ण भंडार भी 15.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 28.715 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया।
कोविंद ने कहा कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है। हमारा विदेशी मुद्रा भंडार 450 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।
अमेरिका और चीन के बीच पहले चरण के व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर होने से उत्साहित विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने जनवरी महीने में अब तक भारतीय पूंजी बाजार में 1,624 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
डॉलर में व्यक्त की जाने वाली विदेशी मुद्रा संपत्ति पर मुद्रा भंडार में रखे गैर-अमेरिकी मुद्राओं जैसे यूरो, पौंड और येन में होने वाले उतार-चढ़ाव का भी असर पड़ता है।
दूरसंचार विभाग ने भारती एयरटेल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) 49 प्रतिशत से बढ़ाकर 100 प्रतिशत करने की मंजूरी दे दी है।
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