लॉकडाउन के साथ ही ओला और उबर दोनो ने ही छंटनी का ऐलान किया था। मई में ऊबर ने भारत में 600 लोगों की छंटनी की थी. वहीं ओला ने भी 1400 लोगों को नौकरी से निकाला था।
भारत में हर तीन सेकेंड में एक नया व्यक्ति इंटरनेट से जुड़ता है। इसका मतलब है कि इंटरनेट से जुड़ने वालों का आंकड़ा आज 60 करोड़ से अगले पांच साल में संभवत: एक अरब से अधिक पहुंच जाएगा।
ईपीएफओ के पास शुद्ध रूप से पंजीकरण औसतन हर महीने करीब 7 लाख रहता है। ताजा पेरोल आंकड़े के अनुसार वित्त वर्ष 2019-20 में शुद्ध रूपसे नये अंशधारकों की संख्या बढ़कर 78.58 लाख रही जो इससे पूर्व वित्त वर्ष में 61.12 लाख थी।
कंपनी के मुताबिक ये रोजगार अस्थायी होंगे। कंपनी ने कहा कि उनके ई-वाणिज्य ग्राहक त्योहारों को लेकर काफी आक्रामक योजना बना रहे हैं और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि वे मांग को पूरा कर सके।
अभी कंपनी के मंच पर 7,000 से अधिक शिक्षक हैं। हाल ही में बायजूस ने व्हाइटहैट जूनियर का अधिग्रहण किया है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह देश में महिला शिक्षकों के आधार को बढ़ा रही है।
कंपनी के दुनिया भर में 5 लाख से अधिक कर्मचारी हैं, वहीं भारत में एसेंचर के लगभग 2 लाख कर्मचारी हैं। अगस्त के मध्य में कंपनी की सीईओ जूली स्वीट द्वारा की गई एक आंतरिक कर्मचारी बैठक के बाद छंटनी पर फैसला लिया गया।
कंपनी आप्टिकल फाइबर और केबल समेत नेटवर्क डिजाइन से जुड़ी
मई में नए पंजीकरण की संख्या संशोधित होकर 1.72 लाख
कंपनी का साल 2020 में 3 करोड़ स्मार्टफोन बेचने का लक्ष्य
जुलाई के महीने में 50 लाख वेतनभोगी लोगों की नौकरी गई
कनिष्ठ लेखा सहायक और कनिष्ठ इंजीनियर पदों पर 7 साल सेवा देने पर पर नियामक में ‘ग्रेड ए’ अधिकारी पद के लिये विचार
ग्रेड ए श्रेणी में सामान्य सहायक प्रबंधक, रिसर्च, आईटी, राजभाषा के लिए आवेदन मांगे गए हैं।
कंपनी के मुताबिक महामारी की वजह से एयरलाइंस के लिए लागत निकालना भी मुश्किल
इस प्रोग्राम में 1000 युवाओं को वर्चुअल इंटर्नशिप का अवसर दिया जाएगा। इस प्रोग्राम की शुरुआत 1 अगस्त, 2020 से होगी और लगातार चार माह तक चहेगा।
कंपनी के मुताबिक प्रदर्शन के आधार पर कर्मचारियों को स्थाई भी किया जा सकता है
नई तकनीक पर आधारित ये मंच मजदूरों को उनकी भाषा में रोजगार तलाशने में मदद करेगा
अगले 3 महीने के दौरान इन 25 योजनाओं के तहत रोजगार देने का अभियान
जॉब साइट इंडीड की रिपोर्ट कहती है कि सर्च के दौरान 'रिमोट', वर्क फ्रॉम होम और इसी तरह के अन्य शब्दों का चलन तेजी से बढ़ा है।
यूपी सरकार मजदूरों की वापसी को एक बड़ा मौका मान रही है और अपने ही शहर या गांव में मजदूरों को नौकरी का अवसर प्रदान करने के लिए मेगा प्लान पर काम कर रही है।
अर्थशास्त्रियों के मुताबिक बढ़ती जनसंख्या और घटते रोजगार की स्थिति आने वाले समय में गंभीर हो सकती है
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