थोक बाजारों में भी टमाटर महंगा है। कोलकाता में टमाटर 84 रुपये प्रति किलो, चेन्नई में 52 रुपये किलो, मुंबई में 30 रुपये किलो और दिल्ली में 29.50 रुपये किलो के भाव से बिक रहा है।
बेमौसम बारिश के कारण फसल खराब होने की खबरों के बीच मंडियों में कम आवक होने से सोमवार को महानगरों में टमाटर का खुदरा मूल्य उछलकर 93 रुपये किलो तक पहुंच गया।
प्रमुख टमाटर उत्पादक राज्यों मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में बारिश की वजह से फसल खराब हो गई है। इस वजह से कई प्रमुख महानगरों में टमाटर की खुदरा कीमत 72 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है।
नासिक एपीएमसी सचिव अरुण काले ने कहा कि टमाटर की कीमतें पिछले सत्र में 300-350 रुपये प्रति क्रेट की तुलना में गुणवत्ता के आधार पर चालू सत्र (जून-जनवरी) में 50-180 रुपये प्रति क्रेट, 20 किलोग्राम प्रति क्रेट पर आ गई हैं।
उपभोक्ता मंत्रालय के मुताबिक सोमवार को कोलकाता में टमाटर का खुदरा भाव 100 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया है। सितंबर के दौरान कोलकाता में टमाटर की कीमतों में 40 रुपए प्रति किलो तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है
इस समय पहाड़ी आलू का सीजन है, इसलिए यह ऊंचे भाव पर बिक रहा है, जबकि कोल्ड स्टोरेज से भी आलू की आवक कम हो रही है।
देश में सालाना लगभग एक करोड़ 97 लाख टन टमाटर का उत्पादन होता है, जबकि खपत लगभग एक करोड़ 15 लाख टन है।
थोक व्यापारियों और सब्जी विक्रेताओं का कहना है उत्पादक राज्यों में बारिश से फसल खराब होने से टमाटर की आवक घटी है, जिसके कारण कीमतों में यह तेजी आई है।
पोर्टल के अलर्ट से सरकार को केंद्रीय योजना ऑपरेशन ग्रीन्स के तहत समय पर बाजार हस्तक्षेप में मदद मिलेगी।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मंत्रायल के सचिव मुहम्मद हाशिम पोपालजई ने कहा कि हम ईरान से टमाटर को आयात करने की मंजूरी देने पर विचार कर रहे हैं।
प्याज की आवक बढ़ने और आयात से कीमतों पर नियंत्रण रखने के सरकार के फैसले के बाद बुधवार को प्याज के थोक दाम में करीब 50 फीसदी की गिरावट आई, लेकिन खुदरा में लोग 100 रुपए प्रति किलो प्याज खरीद रहे थे।
राष्ट्रीय राजधानी के खुदरा बाजारों में प्याज और टमाटर का दाम अब भी 60 से 70 रुपए किलोग्राम की ऊंचाई पर बने हुए हैं।
मदर डेयरी उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करने के लिए पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अपने सफल बिक्री केन्द्रों के माध्यम से 55 रुपए प्रति किलोग्राम या उससे भी कम कीमत पर टमाटर बेचेगी।
सरकार ने आवश्यक वस्तुओं की कीमतों की समीक्षा के बाद शुक्रवार को कहा कि मदर डेयरी ने उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अपने सुरक्षित खुदरा दुकानों के माध्यम से 55 रुपए प्रति किलोग्राम या उससे नीचे टमाटर बेचेगी।
खरीफ प्याज की आवक शुरू हो गई है और कीमतों में स्थिरता के साथ गिरावट का रुख है।
प्याज, टमाटर के बाद अब लहसुन के बढ़ते दामों ने भी भोजन का जायका बिगाड़ दिया है। प्याज और टमाटर की महंगाई पर अब लहसुन का तड़का लगा है।
सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बावजूद टमाटर के बढ़ते दाम कम नहीं हो पा रहे हैं। देश की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को फिर टमाटर के दाम में वृद्धि दर्ज की गई।
उपभोक्ताओं को टमाटर की ऊंची कीमतों से राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की मदर डेयरी को शुक्रवार यानी आज से राष्ट्रीय राजधानी में अपनी सफल ब्रांड 400 दुकानों के जरिए टमाटर की प्यूरी बेचने का निर्देश दिया है।
नवरात्र के बाद फिर से प्याज के दाम आसमान छूने लगे हैं, वहीं राष्ट्रीय राजधानी में टमाटर का खुदरा मूल्य उछलकर 80 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया है।
केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में टमाटर की औसत खुदरा कीमत बुधवार को बढ़कर 54 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई, जबकि एक अक्टूबर को इसका भाव 45 रुपए प्रति किलो पर था।
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