Wednesday, April 24, 2024
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Shani Sade Sati:इन 3 राशियों पर चल रही है शनि की साढ़ेसाती, बस करें ये उपाय खुशियों से भर जाएगा जीवन

Shani Sade Sati:23 अक्टूबर, शुक्रवार को शनि ग्रह की चाल में परिवर्तन होगा। वहीं धनु राशि वालों को 17 जनवरी 2023 को शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी।

Poonam Shukla Written By: Poonam Shukla
Updated on: September 22, 2022 10:55 IST
INDIATV- India TV Hindi
Image Source : SHANI SADE SATI Shani Sade Sati

Shani Sade Sati: शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता हैं। अच्छे कर्म करने वालों को शनि सुख और बुरे कर्म करने वालों बुरे दंड देते हैं। शनि को सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है। हर ढाई साल में शनि एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करता है। शनि को अपना एक चक्र पूरा करने में लगभग 30 वर्ष का समय लगता है। 23 अक्टूबर, शुक्रवार को शनि ग्रह की चाल में परिवर्तन होगा। 

ऐसा कहा जाता है की शनि की साढ़ेसाती व ढैय्या की महादशा का सामना हर व्यक्ति को जीवन में एक बार करना ही पड़ता है। वर्तमान में शनि मकर राशि में वक्री अवस्था में विराजमान हैं। 11 अक्टूबर को फिर से मार्गी अवस्था में आएंगे। इसलिए धनु, मकर व कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनिदेव जातक की जन्मराशि से प्रथम स्थान, द्वितीय और द्वादश स्थान में हों तो शनि की साढ़ेसाती कहलाती है। शनि की साढ़ेसाती के तीन चरण होते हैं। कहते हैं कि शनि की साढ़ेसाती के पहले चरण में शनि जातक की आर्थिक स्थिति पर, दूसरे चरण में पारिवारिक जीवन और तीसरे चरण में सेहत पर सबसे ज्यादा असर डालता है।

इन राशियों में होगी शनि की साढ़ेसाती

वहीं धनु राशि वालों को 17 जनवरी 2023 को शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी। साथ ही कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण और तीसरा चरण मकर राशि वालों पर चल रहा है। धनु राशि वालों से साढ़ेसाती हटने के बाद मीन राशि वालों पर महादशा शुरू होगी।

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करें ये उपाय 

  1. शनि चालीसा का पाठ करें। 
  2. शनिदेव से संबंधित वस्तुएं जैसे तेल, काली उड़द, काला वस्त्र, लोहा, काला कंबल दान करें। 
  3. भगवान शंकर और हनुमान जी की पूजा करें। 
  4. शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए शनिदेव की पूजा करें। 
  5. एक कटोरी में सरसों का तेल लेकर उसमें अपना चेहरा देखकर तेल सहित उस कटोरी शनि मंदिर में दान करें।
  6. शनि मंत्रों ॐ शं शनैश्चराय नम:। ॐ निलांजन समाभासम रविपुत्रम यमाग्रजंम। छायामार्तंड संभूतम तमः नमामि शनेश्चरम। का जाप करें।  

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