
टेस्ट क्रिकेट में किसी भी टीम के लिए जितना जरूरी बेहतर बल्लेबाजी और गेंदबाजी होती है, वहीं फील्डिंग की भी काफी अहम भूमिका रहती है। SENA देशों में यदि टेस्ट मैचों में किसी टीम के स्लिप में लगने वाले फील्डर बेहतर नहीं होते हैं तो उनके लिए मुकाबले में बने रहना काफी मुश्किल हो जाता है। ऐसा ही कुछ भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स के मैदान पर खेले जा रहे सीरीज के पहले टेस्ट मैच में देखने को मिला है। टीम इंडिया के युवा ओपनिंग बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल जो बल्लेबाजी में शतक लगाने में कामयाब रहे लेकिन फील्डिंग के मामले में अभी तक इस मैच में पूरी तरह से फिसड्डी नजर आए हैं, जिसका खामियाजा भी टीम इंडिया को अब तक इस मुकाबले में उठाना पड़ा है।
यशस्वी छोड़े तीन अहम कैच टीम इंडिया पर पड़ गए भारी
लीड्स टेस्ट मैच की जब शुरुआत हुई तो टीम इंडिया के बल्लेबाजों का बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिला। वहीं गेंदबाजों से भी ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद सभी को थी, इसके लिए उन्हें फील्डर्स का भी साथ मिलना जरूरी था। हालांकि ऐसा होते हुए बिल्कुल भी देखने को नहीं मिला। यशस्वी जायसवाल ने इस मुकाबले में अब तक कुल तीन कैच छोड़े हैं और तीनों ही टीम इंडिया पर भारी पड़ गए। दूसरे दिन के खेल में जब यशस्वी ने जब इंग्लैंड टीम के ओपनिंग बल्लेबाज बेन डकेट का गली में फील्डिंग करते हुए आसान कैच छोड़ा था तो वह उस समय 15 के निजी स्कोर पर थे। इसके बाद डकेट 62 रनों की पारी खेलकर आउट हुए।
दूसरे दिन के खेल में यशस्वी जायसवाल ने बुमराह की गेंद पर स्लिप में ओली पोप का कैच छोड़ा था, जब वह 62 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे और बाद में पोप शतक लगाने में कामयाब हुए थे। तीसरे दिन के खेल में यशस्वी से तीसरा कैच हैरी ब्रूक का छोड़ा जो 82 के स्कोर पर थे, हालांकि ब्रूक बाद में 99 के स्कोर आउट जरूर हो गए।
जसप्रीत बुमराह ने खोला पंजा
इंग्लैंड की टीम लीड्स टेस्ट मैच में अपनी पहली पारी में 465 रनों का स्कोर बनाकर सिमटी जिसमें वह भारतीय टीम की पहली पारी के स्कोर 471 रनों के मुकाबले सिर्फ 6 रन पीछे रह गए। इंग्लैंड की तरफ से बल्लेबाजी में ओली पोप ने 106 तो वहीं हैरी ब्रूक ने 99 रन बनाए। भारत की तरफ से गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह जहां 5 विकेट लेने में कामयाब रहे तो प्रसिद्ध कृष्णा ने तीन जबकि सिराज ने 2 विकेट हासिल किए।
ये भी पढ़ें
भारत में होने वाले T20 वर्ल्ड कप 2026 के लिए इस टीम ने किया क्वालीफाई, जीत के साथ मारी एंट्री
अंग्रेज खिलाड़ी को मिले 3 जीवनदान, फिर भी 1 रन से रह गई सेंचुरी, भारत के खिलाफ 24 साल बाद हुआ ऐसा