पहले बात करते हैं टेनिस कोर्ट की जंग की। 33 साल की सेरेना शारीरिक तौर पर ज्यादा मजबूत हैं और उनका रिकार्ड भी शारापोवा के मुक़ाबले कहीं ज़्यादा बेहतर है। टेनिस के मैदान में 11 सालों से जारी इन दोनों की जंग में ज्यादातर जीत सेरेना के खाते में ही दर्ज है।
इस मैच से पहले इन दोनों के बीच 19 मुकाबले खेले गए हैं और उनमें से 16 बार बाजी सेरेना के हाथ रही है। अपना 21वां ग्रैंड स्लैम जीतकर जर्मनी की स्टेफी ग्राफ के रेकॉर्ड की बराबरी करने की ओर बढ़ रही सेरेना को रोक पाना शारापोवा के लिए आसान नहीं होगा। इन दोनों के बीच पहली भिड़ंत 2004 में मियामी में हुई थी और मैच जीता था सेरेना ने। हालांकि उसी साल शारापोवा ने सेरेना को हराकर विम्बलडन जीता था। उसके बाद से पिछले 11 सालों में हुए कुल 19 मुकाबलों में शारापोवा सिर्फ 3 ही बार जीत सकीं हैं।