उद्योग संगठन ने हल्के, मध्यम और भारी कमर्शियल vehiclels को भी परियोजना के आधार पर योजना में शामिल करने का सुझाव दिया है और कहा है कि भारत को आने वाले तीन से चार saalon में ट्रकों और भारी कमर्शियल vehicles में भी Ev को अपनाने के लिए तैयार रहना होगा.
Union Budget पेश होने वाला है। सभी की निगाहें टिकी हैं कि इस बार बजट में क्या मिलने वाला है। लेकिन हम आपको देश के बजट की कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं जो निश्चित तौर पर आप नहीं जानते होंगे।
अगर मोदी सरकार 2024 में फिर से सत्ता में नहीं आई तो इस बार का बजट उनका आखरी बजट होगा। इस बार नौकरीपेशा लोगों को बजट से बहुत सी उमीदें हैं जैसे टैक्स में छूट, एलपीजी और इलेक्ट्रिक गाड़ियों के दामों में कमी और होम लोन के ब्याज पर रिलैक्सेशन, इत्यादि।
भारत में बजट- 2023 आने में कुछ दिन ही शेष हैं, वहीं बजट पेश करने के दौरान कई तरह के बजट पेश किये जाते हैं, जहां बजट कई तरह के होते हैं, आज हम आपको उन्हीं के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
अगर आप भी कार खरीदने के बारे में सोच रहे हैं लेकिन आपका बजट कम है तो आज हम आपको बताएंगे उन गाड़ियों के बारे में जिनकी कीमत 10 लाख रुपये से कम है। आइए जानते हैं उन गाड़ियों के बारे में।
भारत सरकार की तैयारी डिफेंस सेक्टर को वर्ल्ड मैप में लाने की है, जहां इसके लिये पिछले बजट में भरपूर प्रयास किये गए थें। वहीं अब आगामी बजट-2023 से रक्षा क्षेत्र को काफी उम्मीदें हैं, साथ ही देश की सुरक्षा व्यवस्था चाक- चौबंद रखना बेहद जरूरी है।
केंद्रीय वित्तीय मंत्री निर्मला सीतारमन 1 फरवरी 2023 को अपना अंतिम आम बजट पेश करने वाली हैं। इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिहाज से यह बजट बहुत खास रहने वाला है।
बीते सालों में कोविड की वजह से सबसे ज्यादा शैक्षणिक जगत प्रभावित हुआ है, जहां स्कूल बंद होने से शिक्षक, छात्र, संस्थान आदि बुरी तरह प्रभावित हुये हैं। दूसरी ओर 1 फरवरी, 2023 को आगामी बजट प्रस्तुत किया जा रहा है, जहां शिक्षा जगत की उम्मीदें टिकी हुई हैं।
बजट- 2023 जल्द ही आने वाला है, वहीं कृषि क्षेत्र को इस बजट से बहुत ज्यादा उम्मीदें हैं। बता दें कि पूर्ववत में सरकार ने किसानों की आमदनी दोगुना करने का लक्ष्य तय किया था, जिसको पूरा करने के लिये सरकार की ओर बेहतर कदम भी उठाये गये थे। इसके साथ ही बीते सालों की अपेक्षा सरकार ने कृषि क्षेत्र के लिये आवंटन को भी बढ़ाया है,
कोरोना की महामारी के चलते देश के हेल्थ सिस्टम पर पड़े दबाव ने हेल्थकेयर इंडस्ट्री की कमजोरी को उजागर किया है। ऐसे में हेल्थकेयर सेक्टर के लिए साल 2023-24 का बजट बहुत खास माना जा रहा है।
2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट होने के कारण इस बार उम्मीद है कि सरकार नौकरीपेशा को बड़ी खुशखबरी देगी।
Budget 2023 में न्यू ऐज रोलिंग स्टॉक के अलावा 100 विस्टाडोम कोच बनाने का प्लान और प्रीमियर ट्रेनों के 1,000 कोचो का नवीनीकरण को भी प्रोग्राम में किया जा सकता है शामिल ।
इस साल 1 फरवरी को निर्मला सीतारमण देश का आम बजट पेश करेंगी। आइए जानते हैं कि आज से पहले बजट को लेकर बनें वो रिकॉर्ड जिसे हम भूल रहे हैं, क्या कहानी बयां करते हैं?
इस बार का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होने जा रहा है और इसके 6 अप्रैल तक चलने की संभावना है। बजट सत्र के दौरान 14 फरवरी से लेकर 12 मार्च तक अवकाश रहेगा।
बजट के इतिहास में ऐसा मौका भी आया जब अंतरिम और वित्तीय बजट दो अलग-अलग पार्टियों के अलग अलग मंत्रियों ने पेश किया। यहां जानिए बजट ने देश को कब-कब नई दिशा दी है।
इस बार का बजट हर बार से कितना अलग होगा, यह 1 फरवरी को संसद में ही पता चलेगा, लेकिन बजट में इस्तेमाल होने वाले उन शब्दों का मतलब आप आज जान सकते हैं, जिसको लेकर अक्सर एक्सपर्ट कंफ्यूज हो जाते हैं।
कोरोना के बाद से मंदी की आशंका ने इस सेक्टर की ग्रोथ में ब्रेक लगाने का काम किया है। ऐसे में सरकार से ये उम्मीद की जा रही है कि इस सेक्टर में बूम लाने के लिए वह बजट में कुछ बड़े प्रावधान करेगी।
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ईवी को हमेशा प्रमोट करते हुए नजर आते हैं। यही वजह है कि इस बार ईवी इंडस्ट्री को बजट से काफी उम्मीदें हैं। सरकार इस बार कई घोषणाएं कर सकती है।
बजट से पहले फार्मा उद्योग ने वित्त मंत्री के सामने अपनी मांगे रख दी हैं। इसमें उद्योग ने सरकार से रिसर्च पर व्यय बढ़ाने से लेकर छोटे शहरों और गांवों में डॉक्टरों और हेल्थ स्टाफ की उपलब्धता बढ़ाने की मांग की है।
इस बार अलग-अलग सेक्टर को केंद्रीय बजट 2023 से काफी उम्मीदें हैं। अलग-अलग सेक्टर अपने ग्रोथ और विकास के लिए वित्त मंत्री से नए ऐलान की उम्मीदें लगाए हुए हैं।
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