पंजाब सीएम चन्नी ने छापेमारी के मामले में उन्हें फंसाने का प्रयास करार दिया और दावा किया कि यह बदला लेने के लिए किया जा रहा है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस महीने की शुरुआत में फिरोजपुर में एक रैली को संबोधित किए बिना लौटना पड़ा था।
चन्नी ने अपने रिश्तेदार के आवास पर ED द्वारा की गई छापेमारी का जिक्र करते हुए कहा, इस मामले में मुझे फंसाने के लिए एक षड्यंत्र रचा गया है।
पंजाब चुनाव में आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। मोहाली में अरविन्द केजरीवाल ने भगवंत मान के नाम पर मुहर लगा दी। साथ ही अरविंद केजरीवाल ने भगवंत मान को अपना छोटा भाई बताया। भगवंत मान 2014 से आम आदमी पार्टी के लोकसभा सदस्य हैं। मई 2014 में भगवंत मान पंजाब के संगरूर निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुने गए थे। वह लगातार दो बार संगरूर लोकसभा सीट जीते हैं।
पंजाब चुनाव से ठीक पहले आज चरणजीत सिंह चन्नी के रिश्तेदार के घर पर ED की रेड हुई। पूरा मामला रेत के अवैध खनन और लेनदेन का बताया जा रहा है। देखिए अबकी बार किसकी सरकार में पूरी रिपोर्ट।
पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की बड़ी कार्रवाई की है। ईडी पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे सहित कई लोगों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। ईडी ने रेत माफिया भूपिंदर सिंह हनी से जुड़े परिसरों की तलाशी ली है। मंगलवार सुबह भुपिंदर सिंह हनी के घर समेत राज्य के 10 अलग-अलग ठिकानों की तलाशी ली गई।
पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस करुणा राजू ने सोमवार को कहा कि राज्य ने निर्वाचन आयोग से 20 फरवरी को होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 1,050 कंपनी तैनात करने का आग्रह किया है
चन्नी के भाई मनोहर सिंह ने पिछले साल अगस्त में खरड़ सिविल अस्पताल से वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी के पद से इस्तीफा दे दिया था। सिंह ने एमबीबीएस और एमडी किया है। उनके पास पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिग्री भी है और उन्होंने कानून की पढ़ाई भी की है।
चन्नी के भाई मनोहर सिंह बस्सी पठाना विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर नजर गड़ाए हुए थे। कांग्रेस ने 86 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची में शनिवार को बस्सी पठाना (सुरक्षित) सीट से पार्टी विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी को टिकट दिया।
पंजाब में आगामी 14 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा और 10 मार्च को नतीजे आएंगे। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी चमकौर साहिब से चुनाव लड़ेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा चूक के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी ने आक्रामक रवैया अपना रखा है।
कांग्रेस पार्टी ने दलित वोट बैंक को साधने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को दो सीटों से चुनाव लड़ाने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री चन्नी इस बार अपने वर्तमान सीट चमकौर साहिब के साथ जालंधर के आदमपुर से भी चुनावी मैदान में उतरेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान हुई सुरक्षा में चूक पर सुप्रीम कोर्ट ने पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। जांच कमेटी की अध्यक्ष जस्टिस इंदु मल्होत्रा करेंगी।
शिरोमणि अकाली दल (SAD) नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को बुधवार को जांच में शामिल होने के लिए पुलिस के समक्ष पेश होने का निर्देश दिया गया था।
बताया जा रहा है कि इस दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने हर की पौड़ी पर मां गंगा जी की पूजा अर्चना भी की। जब वह हरकी पैड़ी पर पहुंचे तब हर की पौड़ी पुलिस चौकी पर तैनात पुलिस कर्मियों को पता चलने पर उन्हें सुरक्षा प्रदान की गई। उनके यहां पहुंचने का कोई कार्यक्रम जिला प्रशासन या पुलिस महकमे के पास नहीं था।
मालविका को कांग्रेस में शामिल कराने का कार्यक्रम पंजाब के मोगा जिले में उनके आवास पर हुआ। अभिनेता सूद ने पिछले साल नवंबर में कहा था कि उनकी बहन राजनीति में शामिल होंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'सुरक्षा में चूक' मामले पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई खत्म हो चुकी है। सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार का कहना था कि राज्य के अधिकारियों को 7 कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।
बीजेपी IT सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने चरणजीत सिंह चन्नी पर हमला किया है और बताया है कि PM मोदी की सुरक्षा चूक की जानकारी प्रियंका गांधी वाड्रा को दी जा रही है। इंडिया टीवी से ख़ास बातचीत करते हुए उन्होंने पूछा कि किस प्रावधान के अंतर्गत उन्होंने प्रियंका को जानकारी दी।
पीएम का प्लेन सुबह 10.20 बजे बठिंडा एयरपोर्ट पर उतरा और मौसम खराब होने के कारण सड़क के रास्ते जाने का फैसला किया गया।
चरणजीत सिंह चन्नी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की फोटो के साथ उनके एक उद्धरण को ट्वीट किया। चरणजीत सिंह चन्नी ने ट्वीट कर लिखा- 'जिसे कर्त्तव्य से ज़्यादा जान की फ़िक्र हो, उसे भारत जैसे देश में बड़ी जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए ! - सरदार वल्लभभाई पटेल'
‘आज की बात’ में हमने दिखाया कि जब प्रधानमंत्री का काफिला फ्लाईओवर पर पहुंचा तो स्थानीय पुलिस ने जानबूझकर किस हद तक लापरवाही की।
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